Video Viral: डॉक्टरों को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है. यह एक बार तब और साबित हो गया जब आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में एक डॉक्टर ने 6 वर्षीय बच्चे को सीपीआर देकर उसकी जान बचा दी. इस बच्चे को बिजरी का जोरदार झटका लगा था, जिसके चलते वह बेहोश हो गया था. बच्चे को बेहोश होता देख उसका पति उसको अस्पताल ले जाने के लिए मदद की गुहार लगाता और बिलखता दिखाई दिया. तभी वहां से गुजर रही एक महिला डॉक्टर की नजर बच्चे और उसके रोते पिता पर पड़ी.
डॉक्टर ने बच्चे की नब्ज और सांस की चेक किया
महिला डॉक्टर ने जब बच्चे की हालत गंभीर देखी तो वहीं रुक गई. डॉक्टर ने बच्चे की नब्ज और सांस की चेक किया. हालात नाजुक देख डॉक्टर ने सड़क किनारे ही बच्चे को सीपीआर यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन देना शुरू कर दिया. कुछ मिनटों को बाद ही बच्चे की सासें फिर से चलने लगी और उसको होश आ गया. इसके बाद बच्चे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से डॉक्टर ने चेक करने के बाद उसको डिस्चार्ज कर दिया. सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है. अब तक लोगों की संख्या में लोग इस वीडियो को देख चुके हैं. इसके साथ जो भी इस वीडियो को देख रहा है, वहां महिला डॉक्टर को सैल्यूट कर रहा है. वीडियो पर सैंकड़ों की तदाद में प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं.
क्या है सीपीआर यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सीपीआर यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन एक प्रकार की प्राथमिक चिकित्सा है, जिसको बिना समय गवांए दिया जाता है. सीपीआर तब दिया जाता है जब किसी व्यक्ति को या तो सांस लेने में परेशानी आ रही हो या फिर उसकी सांसे थम गई हों. ऐसे में मरीज अक्सर बेहोश हो जाता है. ऐसी स्थिति में अगर हो समय पर सीपीआर या इलाज नहीं मिलता तो उसकी जान भी जा सकती है. इस तरह की घटना तब होती है, जब या तो किसी को बिजली का तेज झटका लगा हो, पानी में डूबने की वजह से सांस थम गई हो या फिर दिल का दौरा पड़ा है. ऐसे में जितना जल्दी हो सके, उसको सीपीआर दे देनी चाहिए.
Source : News Nation Bureau