पाकिस्तान में ईशनिंदा का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां पर एक महिला को फांसी की सजा दी गई है. महिला पर आरोप है कि उसने व्हाट्सअप पर पैंगबर मोहम्मद के खिलाफ अपशब्द का उपयोग किया है. यह मामला थोड़ा पुराना है, मगर हाल ही में यह चर्चा में तब आया जब महिला को वहां की कोर्ट ने मौत की सजा दी. दरअसल, यह घटना पाकिस्तान के रावलपिंडी कोर्ट से जुड़ी हुई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अदालत ने शिकायतकर्ता फारूक हसनात की शिकायत पर बुधवार को यह फैसला सुनाया है. आरोपी महिला का नाम अनिका अतीक है और उस पर तीन आरोप लगे हैं. ऐसा बताया जा रहा है कि महिला ने पैंगबर मोहम्मद साहब की अवमानना, इस्लाम का अपमान और साइबर कानूनों का उल्लंघन किया है.
गौरतलब है कि इससे पहले पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में मौत की सजा पाने वाली ईसाई महिला आसिया बीबी अब अपना देश छोड़ चुकी हैं। आसिया अब कनाडा पहुंच गई हैं। आसिया बीबी ने पाकिस्तान की जेल में आठ साल बिताए थे। 31 अक्तूबर 2019 को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था। आसिया की रिहाई के बाद देशभर में हंगामा हुआ था। लोगों ने सरकार, कोर्ट और सेना के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी।
मैसेज डिलीट करने को कहा
महिला ने यह सब व्हाट्सऐप पर भेजे एक संदेश में तब दिया जब वर्ष 2020 में अपने एक दोस्त फारूक से नाराज हो गई थी और उसने गुस्से में ईशनिंदा से भरे संदेश दिए. फारूक ने अनिका को मैसेज डिलीट करने और माफी मांगने का दबाव बनाया. मगर उसने मना कर दिया. इसके बाद फारूक ने अनिका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. शुरुआती जांच में पुलिस ने अनिका के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
इसके बाद मामला रावलपिंडी अदालत में पहुंच गया और फिर कोर्ट ने बुधवार को महिला को मौत की सजा सुनाई. रिपोर्ट में इस बात का ब्योरा दिया गया कि फारूक ने अनिका अतीक के खिलाफ वर्ष 2020 में शिकायत दर्ज कराई थी. अनिका और फारूक पहले दोस्त थे. मगर किसी बात पर उनका झगड़ा हो गया था.
HIGHLIGHTS
- आरोप है कि इस्लाम का अपमान और साइबर कानूनों का उल्लंघन किया है
- फारूक ने अनिका अतीक के खिलाफ वर्ष 2020 में शिकायत दर्ज कराई थी
- अनिका के खिलाफ मामला दर्ज कर बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया