सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि एक एशियाई देश में एक नहीं बल्कि सात सूर्य एक साथ आसमान में दिखाई दे रहे हैं. सात सूर्य आसमान में दिखने का दावा बहुत ही रोमांचक है, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह गलत है. अगर ऐसा कोई घटना वास्तविक होती, तो यह भौतिकी के ज्ञात नियमों के खिलाफ होती. वीडियो में दिखाया गया दृश्य संभवतः "सन डॉग्स" या "पेरिलिया" नामक ऑप्टिकल इल्यूजन हो सकता है. हालांकि, जब वीडियो की जांच की गई तो पता चला कि ये दृश्य प्रकाश के अपवर्तन के कारण उत्पन्न हुआ है.
सन डॉग्स क्या हैं?
सन डॉग्स एक आम वायुमंडलीय ऑप्टिकल घटना है जो पृथ्वी के वातावरण में बर्फ के क्रिस्टलों द्वारा सूर्य के प्रकाश के अपवर्तन के कारण होती है. ये बर्फ के क्रिस्टल प्रिज्म की तरह कार्य करते हैं, जो प्रकाश को मोड़ते हैं और सूर्य के दोनों ओर चमकीले धब्बे बनाते हैं, जो कभी-कभी कई सूर्य जैसे दिखाई देते हैं. आमतौर पर सूर्य के दोनों ओर दो सन डॉग्स दिखाई देते हैं, लेकिन कुछ स्थितियों में अधिक जटिल पैटर्न देखे जा सकते हैं.
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आखिर कैसे होता है संभव?
ये घटना "सात सूर्य" के कारण नहीं बल्कि वातावरण में बर्फ के क्रिस्टलों के माध्यम से प्रकाश के अपवर्तन के कारण होती है. यह प्रकार का ऑप्टिकल इल्यूजन अक्सर ठंडे क्षेत्रों में देखा जाता है जहां वातावरण में बर्फ के क्रिस्टल प्रचलित होते हैं. वीडियो का गहराई से विश्लेषण करने पर ये स्पष्ट हो जाता है कि एक्स्ट्रा "सूर्य" अलग-अलग खगोलीय पिंड नहीं हैं, बल्कि विशिष्ट वायुमंडलीय स्थितियों के कारण उत्पन्न परावर्तन और अपवर्तन हैं.
वीडियो को लेकर वैज्ञानिकों ने क्या कहा?
विशेषज्ञों ने पुष्टि की है कि ऐसा इल्यूजन संभव है और इसे पहले भी हुआ है, हालांकि इस वीडियो में दिखाए गए सूर्य की संख्या हमेशा समान नहीं होती है.आसमान में सात सूर्य दिखाई देने" का वायरल दावा एक प्राकृतिक ऑप्टिकल घटना की गलत व्याख्या है. हालांकि वीडियो असाधारण लग सकता है, यह प्रकाश के अपवर्तन के कारण होने वाला एक ज्ञात और दस्तावेजीकृत प्रभाव है और यह कई सूर्य के अस्तित्व का सबूत नहीं है.