Soul Facts: क्या सच में होते है भूत? अगर नहीं तो कैसे होते है फील

Soul Facts: काफी लोग ऐसे होते है, जिन्हें भूतों से काफी ज्यादा डर लगता है, लेकिन वहीं काफी लोग ऐसे होते है, जिन्हें भूत के बारे में पढ़ना और सुनना काफी पसंद होता है.

author-image
Nidhi Sharma
एडिट
New Update
भूत प्रेत

भूत -प्रेत

Advertisment

Soul Facts: ये अब की बात नहीं है, बल्कि इस बात पर सदियों से बातचीत होती आ रही है कि क्या वाकई में भूत होते है या नहीं. लेकिन वहीं धार्मिक मान्यताओं में काफी जगह भूतों की कहानियों के बारे में बताया गया है. वहीं वैज्ञानिक हमेशा भूतों के अस्तित्व को नकारते रहे हैं. लेकिन लोगों के मन में आज भी ये सवाल है कि आखिर क्या सच में भूत होते है और अगर नहीं तो फिर इंसानों को आखिर महसूस क्या होता है. आइए आपको इसके पीछे की धार्मिक और वैज्ञानिक सोच के बारे में बताते है. 

क्या है धार्मिक सच्चाई 

धार्मिक मानयताओं से देखे तो  अलग-अलग संस्कृतियों और धर्मों में भूतों का अस्तित्व स्वीकार किया गया है. हिन्दू धर्म, बौद्ध धर्म, इस्लाम, ईसाई धर्म और कई अन्य धार्मिक परंपराएं भूतों और आत्माओं को माना जाता है. 

हिंदू धर्म 

भूतों को मृतकों की आत्माएं माना जाता है जो कुछ कारणों से शांति प्राप्त नहीं कर पाई हैं. खास तौर पर 'भूत', 'प्रेत', और 'पिशाच' जैसे विभिन्न प्रकार की आत्माओं का उल्लेख मिलता है और इन्हें शांति और मोक्ष प्राप्त करने के लिए धार्मिक अनुष्ठान और पूजा की आवश्यकता होती है.

बौद्ध धर्म 

इसे पितृ और भूत के रूप में माना जाता है. बौद्ध धर्म के अनुसार, मृत आत्माएं अपने कर्मों के अनुसार पुनर्जन्म के चक्र में होती हैं और भूत की स्थिति एक प्रकार की अस्थिरता को दर्शाती है.

इस्लाम 

इस्लाम में भूतों को जिन्न माना जाता है. जिन्न शारीरिक रूप से अदृश्य होते हैं और उनके पास कुछ विशेष शक्तियां होती हैं. जिन्न अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के होते हैं और वो इंसानों की जिंदगी में हस्तक्षेप कर सकते हैं.

ईसाई 

 ईसाई धर्म के अनुसार, मृत आत्माएं स्वर्ग, नरक, या पुरी शांति प्राप्त कर सकती हैं.  

वैज्ञानिको के अनुसार 

मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से भूतों के अनुभव अक्सर तंत्रिका तंत्र की गड़बड़ी, मानसिक तनाव का परिणाम हो सकते हैं. कुछ लोग तनावपूर्ण या भयावह परिस्थितियों में भूतों का अनुभव कर सकते हैं जो उनके मानसिक स्थिति पर निर्भर करते हैं. भूतों के अनुभव के काफी कारण होते हैं, जैसे कि लो-फ्रीक्वेंसी साउंड वेव्स, जो कानों में हल्की कंपन पैदा कर सकती हैं और भूतों के अनुभव का आभास करा सकती हैं. इसके अलावा पुराने और जर्जर भवनों में असामान्य आवाजें और अंधेरा भी भूतों के अनुभव को जन्म दे सकता है. साथ ही वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूतों के अनुभव का एक बड़ा हिस्सा सांस्कृतिक और व्यक्तिगत विश्वासों पर आधारित होता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


 

Viral News Viral Viral News Today contact with the soul soul facts Hindu soul thoughts Hindu religion soul Christianity soul journey of soul after death
Advertisment
Advertisment
Advertisment