एक युवक का वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने गाल पर अपनी जाति का नाम ‘चमार’ टैटू के रूप में बनवाते हुए दिखाई दे रहा है. वीडियो में युवक की इस हरकत को देख लोग हैरान हैं, और कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. युवक ने गर्व के साथ अपनी जाति का नाम अपने गाल पर लिखवाकर एक संदेश देने की कोशिश की है, जिससे यह वीडियो चर्चा का विषय बन गया है.
घाल के ऊपर ऐसी टैटू?
वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि एक युवक टैटू आर्टिस्ट के पास बैठा हुआ है और उसके गाल पर टैटू की सुई चल रही है. कुछ ही समय बाद युवक के गाल पर ‘चमार’ शब्द उभरकर आ जाता है. टैटू बनने के दौरान युवक खुद को शांत और गर्वित महसूस कर रहा होता है. उसकी बॉडी लैंग्वेज और चेहरे के हाव-भाव से यह जाहिर होता है कि वह इस टैटू को लेकर पूरी तरह से संतुष्ट और गौरवान्वित है.
यह देख़ के अनुच्छेद 15 ने खुद ही अपने ऊपर व्हाइटनर छिड़क लिया pic.twitter.com/A7SBY2TQu1
— खुरपेंच (@khurpenchh) October 4, 2024
टैटू के पीछे का मकसद
इस टैटू को बनवाकर युवक ने अपनी जाति पर गर्व करने का संदेश दिया है.‘चमार’ शब्द का उपयोग ऐतिहासिक रूप से एक जाति के लिए किया जाता है, जो कि भारत में अनुसूचित जातियों में से एक है. समाज में अक्सर इस जाति के लोगों को भेदभाव का सामना करना पड़ता है, और कई बार इसे अपमानजनक तरीके से भी इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन इस युवक ने यह टैटू बनवाकर यह संदेश दिया है कि वह अपनी जाति से शर्मिंदा नहीं है, बल्कि उसे गर्व है.
वीडियो देख लोगों ने क्या कहा?
इस वीडियो के सोशल मीडिया पर आने के बाद से ही लोग इसे लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. कुछ लोग इस युवक के साहस और आत्मसम्मान की सराहना कर रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग इसे एक अतिवादी कदम मान रहे हैं. कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह युवक जाति-आधारित भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश कर रहा है, जबकि अन्य इसे आत्मप्रचार का तरीका मान रहे हैं.
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जातिगत भेदभाव का मुद्दा
भारत में जातिगत भेदभाव एक बड़ा सामाजिक मुद्दा है, जिसे समाप्त करने के लिए सरकार और सामाजिक संगठनों द्वारा कई कदम उठाए गए हैं. इसके बावजूद आज भी कई समुदायों के लोग भेदभाव का सामना कर रहे हैं. ऐसे में यह वीडियो एक बार फिर जातिगत असमानता और सम्मान की बहस को आगे बढ़ाता है.