भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ने की ओर है. इस वजह से अब भारत एमएससीआई ऑल कंट्री वर्ल्ड इन्वेस्टेबल मार्केट इंडेक्स (एसीडब्ल्यूआई आईएमआई) में चीन को पीछे करते हुए दुनिया में छठा स्थान हासिल कर चुका है. इस ग्लोबल इंडेक्स में दुनियाभर के पूंजीगत बाजारों के प्रदर्शन को ट्रैक किया जाता है. इसमें लार्जकैप के साथ मिडकैप शेयरों को भी रखा गया है. एमएससीआई एसीडब्ल्यूआई आईएमआई इंडेक्स में भारत का वेटेज अगस्त में 2.35 प्रतिशत था. यह चीन के वेटेज 2.24 प्रतिशत से 11 आधार अंक से अधिक है.
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फ्रांस से काफी मामूली अंतर 3 आधार अंक से अधिक
चीन की भागीदारी इस इंडेक्स में 2021 के उच्चतम स्तर से करीब आधी हो गई है. वहीं, भारत के हिस्सेदारी इस दौरान दोगुनी हो चुकी है. भारत का वेटेज इस इंडेक्स में फ्रांस से काफी मामूली अंतर 3 आधार अंक से अधिक है.
इस महीने की शुरुआत में भारत एमएससीआई इमर्जिंग मार्केट (ईएम) आईएमआई इंडेक्स में चीन को पछाड़ दिया है. यहां पर भारत का वेटेज सबसे अधिक हो गया था. एमएससीआई इमर्जिंग मार्केट आईएमआई इंडेक्स में विश्व के 24 उभरते हुए बाजारों के मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों को शामिल किया जाता है.
इंडेक्स में सबसे बड़ा उभरता हुआ बाजार
मौजूदा वक्त में भारत एमएससीआई ईएम आईएमआई इंडेक्स में सबसे बड़ा उभरता हुआ बाजार है. वहीं, एमएससीआई एसीडबल्यूआई आईएमआई इंडेक्स में छठा सबसे बड़ा मार्केट है. ये दर्शाता है कि वैश्विक निवेश जगत में भारत का महत्व बढ़ता जा रहा है. विश्वभर के कई बाजारों में भारत का वेटेज बढ़ा है. इसकी अहम वजह अर्थव्यवस्था का तेजी से बढ़ना है.
इसके लिए अच्छी आर्थिक स्थिति, महंगाई नियंत्रण में होना और सरकार की ओर से वित्तीय अनुशासन बनाए रखना बेहद जरूरी है. वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.4 प्रतिशत की दर तक बढ़ी. 2024-25 में इसके 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है.