Amitabh Bachchan के वो 10 अनमोल डायलॉग्स, जो बनाती हैं उन्हें आइकॉनिक

1. जंजीर (1973)

ये तुम्हारे बाप का घर नहीं, पुलिस स्टेशन है

2. शोले (1975)

तुम्हारा नाम क्या है बसंती?

3. दीवार (1975)

आज मेरे पास बंगला है, गाड़ी है, बैंक बैलेंस है, तुम्हारे पास क्या है?

4. डॉन (1978)

डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है

5. शहंशाह (1988)

रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप लगते हैं, नाम है शहंशाह

6. अग्निपथ (1990)

विजय, पूरा नाम विजय दीनानाथ चौहान. बाप का नाम मास्टर दीनानाथ चौहान, मां का नाम सुहासिनी चौहान, गांव मंडवा, उम्र छत्तीस साल, नौ महीना, आठ दिन, ये सोलहवां घंटा चालू है.

7. सिलसिला (1981)

मैं और मेरी तन्हाई, अक्सर ये बातें करते हैं

8. कालिया (1981)

हम जहां खड़े होते हैं, लाइन वहीं से शुरू होती है.

9. नमक हलाल (1982)

आई केन टॉक इंग्लिश आई केन वॉक इंग्लिश

10. कभी खुशी कभी गम (2001)

कह दिया ना... बस कह दिया