Godhan Nyay Yojana: किसानों और पशुपालकों के लिए गोमूत्र एक नई आमदनी का स्रोत बन चुका है. आर्टिकल में आगे बताई गई खास योजना के तहत सरकार ने गोमूत्र की खरीद शुरू की थी, जिससे न केवल किसानों को अतिरिक्त आमदनी हो रही है, बल्कि महिलाओं को भी रोजगार मिल रहा है. दरअसल, छत्तीसगढ़ सरकार ने 2022 में गोधन न्याय मिशन योजना की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य किसानों और पशुपालकों को आर्थिक मजबूती देना था.
क्या है गोधन न्याय मिशन योजना?
गोधन न्याय मिशन योजना के तहत, छत्तीसगढ़ सरकार ने गौठान केंद्रों पर गोमूत्र की खरीद का कार्यक्रम शुरू किया है. इस योजना के तहत प्रति लीटर गोमूत्र के लिए सरकार 4 रुपये का भुगतान करती है. यह योजना किसानों को उनके गोमूत्र को एक मूल्यवान संसाधन के रूप में मान्यता देती है और इसे बेचकर अतिरिक्त आय अर्जित करने का मौका मुहैया कराती है.
गोमूत्र के फायदे
गोमूत्र केवल एक मूल्यवान कृषि उत्पाद नहीं है, बल्कि यह जीवामृत और कीट नियंत्रण उत्पादों के निर्माण में भी काफी उपयोगी है. गौठान केंद्रों पर काम करने वाली महिलाएं गोमूत्र से जीवामृत, जो कि एक प्राकृतिक उर्वरक है, और कीट नियंत्रण उत्पाद तैयार करती हैं. इससे न केवल खेतों की उत्पादकता बढ़ती है, बल्कि पर्यावरण के प्रति भी एक सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
गोमूत्र से किसानों को आर्थिक और रोजगार लाभ
गोमूत्र की बिक्री से किसानों को अतिरिक्त आमदनी मिल रही है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है. इसके साथ ही, गौठान केंद्रों पर काम करने वाली बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार मिल रहा है. यह पहल ग्रामीण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देती है और महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाती है.