cyria civil war: सीरिया में हालात बेकाबू हैं और विद्रोहियों के डर से राष्ट्रपति देश से भाग कर रूस जा चुके हैं. ऐसे में सीरिया अब पूरी तरह से विद्रोहियों के कब्जे में है. सीरिया में कई सारे भारतीय नागरिक हैं जिनकी सुरक्षा की चिंता उनके परिजनों को सता रही है.
8 दिसंबर को सीरिया की राजधानी दमिश्क पर जब विद्रोहियों का कब्जा हुआ तो अब वह वहां रह रहे भारतीय को चिंता सता रही है. सीरिया में करीब 90 भारतीय हैं जो सीरिया में फंसे हुए हैं. फंसे हुए लोग भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं. दूतावास के माध्यम से ही फंसे हुए लोगों के परिजनों से बातचीत हो पा रही है.
भारत को हो चुका था पहले ही अंदेशा
हालांकि भारत को इस बात का अंदेशा पहले ही हो गया था कि सीरिया में कुछ बड़ा होने वाला है. इसलिए शनिवार यानी 6 दिसंबर को भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी की थी. इसमें बताया गया था कि अगली सूचना तक कोई भी भारतीय सीरिया की यात्रा करने से बचे. इतना ही नहीं, सीरिया में फंसे हुए भारतीयों के लिए दमिश्क के भारतीय दूतावास हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए गए हैं. सीरिया में फंसे हुए लोगों को पैसे की मदद भी भारतीय दूतावास कर सकते हैं.
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सीरिया में मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर
सीरिया में फंसे हुए लोग और भारत में रह रहे उनके परिजन हेल्पलाइन नंबर +963 993385973 और ईमेल आईडी hoc.damascus@mea.gov.in पर संपर्क कर सकते हैं. इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने संकट की स्थिति में लोगों को जहां है, वहीं रहने की सलाह दी है और कम से कम बाहर निकलने को हिदायत दी है.
Travel advisory for Syria:https://t.co/bOnSP3tS03 pic.twitter.com/zg1AH7n6RB
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) December 6, 2024
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सीरिया में हो चुका है तख्तापलट
बता दें कि सीरिया में तख्तापलट के बाद वहां विद्रोहियों के बीच जश्न का माहौल है. वहां के कौदियों को रिहा करवा दिया गया है और असद वंश की निशानियों को एक-एक कर खत्म किया जा रहा है. सीरिया दुनिया के लिए एक लंबे समय से गृहयुद्ध में उलझा देश रहा है जहां असद फैमिली की सत्ता 54 सालों से चल रही थी जिसमें रूस भाग चुके सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के शासन के 24 साल शामिल हैं.जिसके बारे में लोग यही सोचते हैं कि वहां को लोगों को भीषण संकट का सामना करना पड़ रहा है.
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