मां की ममता का कोई मोल नहीं हो सकता, और टेक्सास की 36 वर्षीय एलिसा ओगलेट्री ने अपनी करुणा और समर्पण से इस बात को साकार कर दिया है. उन्होंने समय से पहले जन्मे बच्चों के लिए 2,645.58 लीटर स्तन दूध दान करके न केवल गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया, बल्कि उन सैकड़ों बच्चों की ज़िंदगियां भी रोशन कीं, जिन्हें जीवन के पहले दिनों में इस दूध की सख्त जरूरत थी.
एलिसा ओगलेट्री का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
यह अविश्वसनीय योगदान, जो 350,000 से अधिक शिशुओं को पोषण प्रदान कर सकता है, 2014 में स्थापित उनके पिछले रिकॉर्ड को भी पार करता है, जब उन्होंने 1,569.79 लीटर स्तन दूध दान किया था. लेकिन इस बार उनका योगदान सिर्फ आंकड़ों में नहीं, बल्कि उन ज़िंदगियों में भी गिनने योग्य है जिन्हें उन्होंने बचाया. एलिसा का यह कदम किसी भी मां के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है, क्योंकि यह बताता है कि सच्ची ममता और करुणा किसी भी सीमा को पार कर सकती है.
जरूरतमंद परिवारों को संजीवनी दी
एलिसा का यह काम केवल एक शारीरिक योगदान नहीं है, बल्कि यह एक मानसिक और भावनात्मक प्रतिबद्धता है. उनकी उदारता ने ना केवल जरूरतमंद परिवारों को संजीवनी दी है, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया है कि मानवता सबसे ऊपर है. स्तन दूध, खासकर समय से पहले जन्मे बच्चों के लिए, जीवन रक्षक साबित हो सकता है. यह सिर्फ पोषण नहीं, बल्कि बच्चे की रक्षा और उनके बेहतर स्वास्थ्य की ओर पहला कदम है.
अपनी ममता से दुनिया को बेहतर बनाया
एलिसा की यह कहानी हमें याद दिलाती है कि करुणा की कोई सीमा नहीं होती. उनका ये काम एक प्रेरणा है, जो हमें बताता है कि सच्चे साहस और ममता से दुनिया को बेहतर बनाया जा सकता है. एक मां की उदारता और समर्पण ने लाखों जीवन बचाए और एक नई उम्मीद को जन्म दिया.