Bangladesh violence: बांग्लादेश की राजधानी सहित कई शहरों में हिंसा फैली हुई है. प्रदर्शनकारी, पुलिस और सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ भिड़ गए हैं. वहीं पुलिस ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हजारों प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल किया है. इसके चलते 97 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, वहीं सैंकड़ों लोग जख्मी हो गए हैं.
गौरतलब है कि, पिछले महीने शुरू हुए मौजूदा विरोध प्रदर्शनों के बाद, सरकार ने रविवार शाम 6 बजे से अनिश्चितकालीन राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है.
केंद्र सरकार ने भारतीय नागरिकों को अगली सूचना तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की "कड़ी सलाह" दी है. वहीं बांग्लादेश में भारतीय अधिकारियों ने अस्थिर स्थिति को देखते हुए नागरिकों से "सतर्क रहने" को कहा है.
मालूम हो कि, 15 साल से अधिक समय तक शासन करने के बाद जनवरी में लगातार चौथी बार सत्ता में लौटीं हसीना के लिए विरोध प्रदर्शन एक बड़ी चुनौती बन गए हैं. जानकारों की माने तो, हसीना की सरकार पतन के कगार पर है. प्रदर्शनकारी हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
अबतक के बड़े अपडेट:
1. प्रोटेस्टर की भीड़, जिनमें से कई लाठीधारी थे, ढाका के केंद्रीय शाहबाग चौराहे पर जमा हो गईं. इसके साथ ही कई अन्य प्रमुख शहरों में फैल गई. प्रदर्शनकारियों ने प्रमुख राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया, पुलिस के साथ झड़प की और सत्तारूढ़ अवामी लीग के कार्यकर्ताओं से भिड़ गए.
2. बांग्लादेश की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे छात्र और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी द्वारा समर्थित कुछ समूह ने 'असहयोग' का आह्वान किया है. लोगों से करों और उपयोगिता बिलों का भुगतान न करने और बांग्लादेश में कार्य दिवस रविवार को काम पर न आने का आग्रह किया है.
3. प्रदर्शनकारियों ने खुले कार्यालयों और प्रतिष्ठानों पर हमला किया है. इसमें ढाका का एक प्रमुख सार्वजनिक अस्पताल, बंगबंधु शेख मुजीब मेडिकल यूनिवर्सिटी भी शामिल है. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि, ढाका के उत्तरा इलाके में कुछ कच्चे बम विस्फोट किए गए और गोलियों की आवाज सुनी गई. उन्होंने कई वाहनों में भी आग लगा दी है.