बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रही बदसलूकी और बर्बरता से भारत आक्रोशित है. भारतीय बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर बांग्लादेश की नई सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. क्योंकि बांग्लादेश से जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें हिंदुओं के साथ निर्ममता को दर्शाता है. हिंदू लड़के-लड़कियों के साथ एक विशेष समुदाय के लोग मारपीट करता दिख रहा है. इस बीच अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनूस ने मंगलवार को एक हिंदू मंदिर का दौरा किया. मुख्य सलाहकार मुहम्मद युनूस बांग्लादेश की राजधानी ढाका में ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर पहुंचे. मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने ढाका में (12वीं ) सदी के ढाकेश्वरी मंदिर का दौरा किया. बांग्लादेश में सबसे पवित्र शक्ति पीठ हिंदू मंदिर है. ढाकेश्वरी माता का अर्थ है- ढाका की देवी.
इस दौरान उन्होंने कहा कि अधिकार सभी के लिए समान हैं. हम सभी एक व्यक्ति हैं और हमारे पास एक ही अधिकार है. हमारे बीच कोई भेदभाव न करें. यह समय धैर्य रखने का है. कोई कदम ऐसा ना उठाए जिससे किसी और को परेशानी हो. अगर हम किसी काम में असफल होते हैं तो हमारी आलोचना करें."
बांग्लादेश के नागरिक हैं, शरणार्थी नहीं
गौरतलब है कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमले और अत्याचार के खिलाफ ढाका में लोग सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को लेकर बांग्लादेश के हर जिले में विरोध प्रदर्शन जारी है. लोगों ने कहा कि हम बांग्लादेश के नागरिक है, हम शरणार्थी नहीं हैं. हम पर अत्याचार क्यों किया जा रहा है?
भारत समेत कई देशों में आक्रोश रैली
हिंदुओं पर हो रहे हमले के विरोध में भारत समेत दुनिया के कई देशों में में आक्रोश रैली निकाली जा रही है. देश के अलग-अलग शहरों में हमले और अत्याचार के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं. वहीं, भारत सरकार से भी इसमें दखल देने की मांग कर रहे हैं.