इस्राइल और हमास के बीच युद्ध लंबे समय से जारी है. ईरान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल्ला भी इस्राइल को लेकर आक्रमक है. इस बीच इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ऐलान किया है कि वह युद्ध का विस्तार करेंगे.
इस्राइली पीएमओ के एक अधिकारी ने बताया कि राजनीतिक सुरक्षा कैबिनेट में आज शाम युद्ध के लक्ष्यों का विस्तार किया है, जिससे उत्तरी इलाकों के नागरिकों को वापस उनके घर पहुंचाया जा सके, जो हिजबुल्ला के हमले के कारण घर छोड़कर भाग गए थे.
इस्राइली नागरिक कर रहे प्रदर्शन
बता दें, हमास के चंगुल में फंसे इस्राइली नागरिकों की रिहाई न हो पाने से इस्राइली नागरिक नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. हाल ही में इस्राइली प्रदर्शनकारियों ने सेना मुख्यालय सहित विभिन्न सरकारी दफ्तरों पर धावा बोल दिया. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ उन्होंने जमकर नारेबाजी की. लोगों ने गाजा में बंधक बनाए गए 100 से अधिक लोगों की रिहाई के लिए सरकार पर हमास के साथ शांति समझौते के लिए दबाव डाला.
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शांति समझौते के लिए हो रही बातचीत नाकाफी
प्रदर्शनकारियों ने सरकार के विरोध में मार्च निकाला. प्रदर्शन में बंधकों के परिजन भी शामिल हुए. परिजनों ने कहा कि रिहाई के लिए हो रही बातचीत नाकाफी है. कई लोगों ने शांति समझौते में विफल होने का ठीकरा प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर फोड़ा. गाजा से दो सप्ताह पहले छह बंधकों का शव बरामद हुआ था. जिससे इस्राइलियों में काफी अधिक रोष है.
सात अक्तूबर से जारी है युद्ध
इस्राइल और हमास के बीच सात अक्टूबर से हो रहा है, जब अलसुबह हमास ने इस्राइली शहरों पर ताबड़तोड़ पांच हजार रॉकेटों से हमला कर दिया. इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले को आंतकी हमला बताया. युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक वे कई बार कसम खा चुके हैं कि वे हमास को पूरी तरह से जब तक खत्म नहीं कर देते तब तक युद्ध विराम नहीं करेंगे.
40 हजार से अधिक फलस्तीनियों की मौत
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गाजा में इस्राइली हमले में अब तक 40,972 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें अधिकतर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग नागरिक हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, हमास के हमले में करीब 1200 इस्राइली लोग मारे गए हैं.
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