कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार ने अपनी नीति में बदलाव किया है. सरकार ने अपनी इमिग्रेशन पॉलिसी को बदल डाला है. इसके कारण करीब 70 हजार अंतराष्ट्रीय स्नातक छात्रों को कनाड़ा से निर्वासित होने का खतरा मंडरा रहा है. इनमें बड़ी संख्या में भारतीय छात्र भी शामिल हैं. ट्रूडो सरकार के इस निर्णय के खिलाफ कनाडा के छात्र सड़कों पर उतर आए हैं. ये सरकार के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों को बड़ा झटका लगा है, वे अब अलग-अलग प्रांतों में भरी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
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स्टडी परमिट इस साल के अंत तक खत्म हो जाएंगे
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो कनाडा में रह रहे हजारों स्नातक छात्रों के स्टडी परमिट इस साल के अंत तक खत्म हो जाएंगे. अब सरकार इसे बढ़ाए जाने के पक्ष मे बिल्कुल नहीं है. निर्वासित होने के डर से ये छात्र पूरे कनाडा में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी डिमांड है कि उनके परमिट को तुरंत बढ़ा दिया जाए. स्टडी परमिट बढ़ाने के साथ इन छात्रों की डिमांड है कि उन्हें स्थाई निवास भी दिया जाए.
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अलग-अलग प्रांतों में रैलियां निकाल रहे
प्रदर्शनकारी छात्र कनाडा के अलग-अलग प्रांतों में रैलियां निकाल रहे हैं. इसके साथ छात्र आव्रजन नियमों को भी बदलने की डिमांड कर रहे हैं. वे विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन भी करेंगे. कनाडा में छात्रों के सपोर्ट में कई समूह सामने आए हैं. इस वर्ष के अंत तक कई स्नातकों के वर्क परमिट की समयसीमा खत्म हो रही है. इसके बाद से उन्हें निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है. नई प्रांतीय नीतियों के कारण ये ज्यादा गंभीर हो चुकी है. इसके कारण स्थायी निवास नामांकन में 25 प्रतिशत की कटौती होगी. इस नीति से कई छात्र असुरक्षित हो जाएंगे.