अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव खत्म हो चुका है. डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी की जिम्मेदारी सौंपी है. इन सबके बीच एलन मस्क ने जॉर्जिया मेलोनी की एक नीति का बचाव किया, जिस वजह से उन्हें हिदायत मिल गई है. दरअसल, रोम के जजों ने मेलोनी की नीति पर रोक लगा दी है, जिस वजह से मस्क मेलोनी के समर्थन में उतरे थे. मेलोनी के समर्थन में उतरे मस्क के बयान ने इटली की राजनीति को गरमा दिया है.
क्या बोले एलन मस्क और क्या है मेलोनी की नई पॉलिसी
दरअसल, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने देश के अवैध प्रवासियों को निकालकर दक्षिण पूूर्वी यूरोप के अल्बानिया स्थित नए डिटेंशन सेंटर में भेजने की नीति बनाई थी. मेलोनी के इसी फैसले पर रोम ने जजों ने रोक लगा दी है.
मस्क ने कहा कि जजों को पीएम मेलोनी की नीति का विरोध नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लिए गए फैसले को रोकने वाले जजों को बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए. बता दें, मेलोनी की योजना था कि 30 हजार अवैध प्रवासियों को अल्बानिया के शिविरों में रखा जाए.
इटली के राष्ट्रपति ने दे दी हिदायत
इटली के राष्ट्रपति सर्जियो माटरेल्ला ने मस्क को राजनीति में दखल न देने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि इटली एक लोकतांत्रिक देश है. इटली को अपना ख्याल रखना आता है. इटली की राजनीति में मस्क दखल न दें. बता दें, इटली की सरकार और न्यायपालिका के बीच तनाव बढ़ रहा है.