विदेश मंत्री एस जयशंकर लाओस के दौरे पर हैं. वे गुरुवार को लाओस की राजधानी वियनतियाने पहुंचे. यहां वे आसियान बैठक में शामिल होंगे. यहां पहुंचने के बाद उन्होंने कहा कि वे दक्षिण पूर्वी देशों के संगठन के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए काफी अधिक उत्सुक हैं. उन्होंने कहा कि भारत अपनी एक्ट ईस्ट नीति के 10 वर्ष पूरे कर रहा है. विदेश मंत्री ने यहां तिमोर लेस्ते के विदेश मंत्री बेंडिटो फ्रीटस से मुलाकात की. जयशंकर ने मुलाकात पर खुशी जताई. दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत से जुड़े कई मुद्दों पर बात की. साथ ही जयशंकर ने विदेश फिलिपींस के विदेश मंत्री से भी मुलाकात की.
"Pleasure to meet FM Bendito Freitas of Timor Leste on the sidelines of ASEAN meetings. Our Delhi to Dili friendship continues to diversify and deepen. Also exchanged views on our shared priorities in the Indo-Pacific region," tweets EAM Dr S Jaishankar.
— ANI (@ANI) July 25, 2024
(Pics: EAM/X) pic.twitter.com/7RlbtYs8tq
विदेश मंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी
लाओस के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री सेलुमक्से कोमासिथ ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर को आसियान-भारत, पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन और आसियान क्षेत्रीय मंच (एआरएफ) के आसियान ढांचे के तहत विदेश मंत्रियोें की बैठक में शामिल होने के लिए निमंत्रित किया है. विदेश मंत्री ने एक्स पर लाओस पहुंचने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आसियान की बैठक में शामिल होने के लिए मैं लाओस की राजधानी वियनतियाने पहुंच गया हूं. हम आसियान के साथ भारत के रिश्तों को मजबूत करने के लिए उत्साहित हूं. हम अपनी एक्ट ईस्ट नीति के 10 वर्ष पूरे करने वाले हैं.
Arrived in Vientiane, Laos to take part in the ASEAN-mechanism meetings.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 25, 2024
Look forward to further deepen India's ties with ASEAN as we mark a decade of Act East Policy. pic.twitter.com/bE1haSqDF9
विदेश मंत्रालय ने यात्रा को लेकर जारी किया बयान
जयशंकर की यात्रा को लेकर विदेश मंत्रालय ने भी एक बयान जारी किया. बयान में मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री की यात्रा से आसियान-भारत की व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और आगे बढ़ाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दिखाता है. उन्होंने कहा कि यह यात्रा इसलिए भी खास है क्योंकि, भारत की एक्ट ईस्ट नीति के 10 वर्ष पूरे होने वाले हैं. साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौवें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में इसकी घोषणा की थी.
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चीन-अमेरिका के विदेश मंत्री भी होंगे शामिल
बता दें, लाओस दौरे के दौरान, जयशंकर आसियान से जुड़ी बैठकों में शामिल होंगे. वे यहां दूसरे देशों के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कर सकते हैं. यह तीन दिवसीय दौरा है. कार्यक्रम में दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के विदेश मंत्री, अमेरिका और चीन के शीर्ष राजनयिक कार्यक्रम में शामिल होंगे. सम्मेलन में अमेरिका के विदेश सचिव एंटनी ब्लिंकन और भारत के पड़ोसी देश चीन के विदेश मंत्री वांग यी भी शामिल होंंगे.
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