हानिया का खात्मा.. दुनियाभर में इस वक्त इसी की चर्चा है. साथ ही इज़राइल राज्य की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी Mossad भी लगातार खबरों में बनी हुई है. दरअसल माना जा रहा है कि, हानिया का हत्यारा ओर कोई नहीं, बल्कि मोसाद ही है. अगर ये हकीकत है, तो चलिए जानते हैं कैसे किलिंग मशीन कहे जाने वाले मोसाद ने 52 साल में अपने इस किलिंग मिशन को अंजाम तक पहुंचाया है...
मालूम हो कि, अमेरिका की खुफिया एजेंसी CIA के बाद अगर दुनिया भर में कोई सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी के पद पर है तो वह है मोसाद ही है. कहा जाता है कि इजराइल के किसी भी दुश्मन को दुनिया के किसी भी कोने से यह ढूंढ निकालता है और उसका खात्मा कर देता है.
मोसाद इज़राइल की खुफिया एजेंसी है, और क्योंकि क्योंकि पिछले तकरीबन 9 महीने से इजराइल और हमास वैश्विक तौर पर एक दूसरे से भिड़े हुए हैं, लिहाजा दुश्मनों की फेहरिस्त में इज़राइल और मोसाद के लिए हमास एक नंबर पर है.
कहा जा रहा है कि, इसी दुश्मनी को अंजाम तक पहुंचाने के लिए गाजा में फिलिस्तीन के पूर्व प्रधान मंत्री और पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई. खुद ईरान की सरकारी मीडिया ने ये दावा किया है.
क्या है विवाद?
दरअसल पिछले साल अटैक के बाद इजराइल ने हमास का नामो निशान मिटाने की कसम भी खाई थी. तब से लेकर अबतक पूरे नौ महीने लगातार दोनों के बीच ये लड़ाई जारी है. लिहाजा माना जा रहा है कि, आखिरकार अपनी इसी कसम को पूरा करने के लिए मोसाद ने इस हत्या को अंजाम दिया. हालांकि इजराइल की ओर से फिलहाल इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है और ना ही इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी किया है, लेकिन फिर भी इस हमले में मोसाद का नाम सामने आ रहा है.
मोसाद की खूबियां...
मोसाद एक ऐसी खुफिया एजेंसी है, जो इजराइल के दुश्मनों पर हर वक्त-हर पहर पैनी नजर रखता है. इस कहने में कोई गुरेज नहीं है कि, मोसाद दुनिया के किसी भी कोने में किसी भी तरह के सीक्रेट ऑपरेशन को बेहद आसानी से अंजाम देने में माहिर है.
दुनिया के किसी भी कोने में अगर इजराइल का कोई भी दुश्मन इजराइल के खिलाफ किसी तरह की साजिश रच रहा है, तो मोसाद हर कीमत पर उसके खात्मे में जुट जाता है. मालूम हो कि, पिछले कुछ साल में ईरान समेत खाड़ी के देशों ने मोसाद पर नामालूम कितनी दफा अपने देशों में गड़बड़ी फैलाने के भी आरोप लगाए हैं.
मोसाद को किलिंग मशीन कहा जाता है, क्योंकि वह किसी भी कीमत पर दुश्मन को छोड़ता नहीं है, बल्कि किसी भी बिल में दुश्मन क्यों ना छिपा हो उसे बाहर निकालकर उसका खात्मा करने में माहिर है. फिलहाल इसका सबसे बड़ा उदाहरण इस्माइल हानिया खुद है. इस बीच मालूम हो कि, मोसाद ने ईरान की राजधानी तेहरान में दाखिल होकर घर को पूरी तरह से उड़ाकर हानिया का खात्मा किया है.