गाजा में चल रहे युद्ध में एक ताजा घटनाक्रम सामने सामने आया है. आतंकवादी समूह हमास ने दो रॉकेटों से इजरायल पर दागे है. ये काफी विनाशकारी रॉकेट हैं. मगर इजरायल का कहना है कि वे समुद्र में गिर गए हैं. हमास के सशस्त्र अल-कसम ब्रिगेड ने मंगलवार को कहा कि उसने दो "एम90" रॉकेटों से इजरायली शहर तेल अवीव और उसके उपनगरों पर हमला बोला है. वहीं दूसरी ओर इजरायली मीडिया का कहना है कि तेल अवीव में धमाके सुने गए हैं. मगर किसी के हताहत की खबर नहीं है. इजराइली सेना का दावा है कि रॉकेटों में एक तेल अवीव के नजदीक समुद्र में गिर गया.
सेना का कहना है कि मंगलवार को उसे बताया गया, थोड़ी देर पहले, गाजा पट्टी से पार करते हुए एक प्रक्षेप्य मध्य इजराइल में समुद्री क्षेत्र में गिरा था. इसके बाद स्थानीय लोगों ने शहर में तेज धमाके की आवाज सुनाई दी. मगर इस दौरान किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है. सेना ने आगे कहा कि इसके अलावा एक अतिरिक्त प्रक्षेप्य की पहचान की गई है जो इजरायली क्षेत्र में नहीं घुसा था.
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दो एम90 मिसाइलों से बमबारी की गई
हमले का ऐलान करते हुए हमास ने बयान में कहा कि नागरिकों के खिलाफ नरसंहार और हमारे लोगों के जानबूझकर विस्थापन के जवाब में अल-क़सम ब्रिगेड ने तेल अवीव शहर को निशाना बनाया. उसके उपनगरों पर दो एम90 मिसाइलों से बमबारी की. यह हमला तब हुआ जब हमास और लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के वरिष्ठ लोगों की हत्याओं के बाद ईरान और उसके प्रतिनिधियों द्वारा हमले के लिए इजराइल हाई अलर्ट पर था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह जवाब मंगलवार को मध्य और दक्षिणी गाजा पट्टी में इजराइल के हवाई हमले में 19 फिलिस्तीनियों के मारे जाने के कुछ घंटों बाद आया है. इस हमले में दीर अल-बलाह में छह लोगों की मौत हो गई.
वार्ता को लेकर प्रतिनिधिमंडल भेजा
इस बीच संयुक्त राज्य अमेरिका ने सोमवार को कहा कि गाजा के लिए गुरुवार को होने वाली संघर्ष विराम वार्ता उम्मीद के मुताबिक होगी. दोनों पक्षों के बीच समझौता अभी भी संभव है. इजरायली सरकार का कहना है कि वह समझौते के प्रस्ताव को अंतिम रूप देने को लेकर गुरुवार की वार्ता में एक प्रतिनिधिमंडल को भेजगा. वहीं हमास अधिक बातचीत के बजाय मई में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को लागू करने के लिए एक व्यावहारिक योजना की मांग कर रहा है.