इस्राइल और हमास के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है. तमाम शांति प्रस्तावों की बातचीत के बीच ईरान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने इस्राइल पर हमला कर दिया, हिजबुल्लाह ने इस्राइल के कब्जे वाले गोलन हाइट्स पर 50 से अधिक रॉकेट दागे. बता दें, हिजबुल्लाह के कमांडर की हत्या के बाद से आंतकी संगठन इस्राइल पर हमले की ताक में था. हिजबुल्लाह के आतंकियों ने कई बार इस्राइल को इसके लिए धमकाया है.
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एशिया के दौरे पर एंटनी ब्लिंकन
बता दें, इस्राइल ने इससे पहले लेबनान स्थित हिजबुल्लाह के हथियार भंडार घर पर हमला कर दिया था. बता दें, युद्ध के बीच अमेरिका सहित अन्य मध्यस्थ शांति वार्ता और युद्ध विराम पर जोर दे रहे हैं. अमेरिका के विदेश सचिव एंटनी ब्लिंकन खुद इस वक्त शांंति समझौते को जमीन पर लागू करने के लिए पश्चिम एशिया की यात्रा पर हैं. बुधवार को उन्होंने कतर और मिस्र के नेताओं से मुलाकात की थी.
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कतर के विदेश मंत्री अल थानी ने ब्लिंकन से मुलाकात की और उन्होंने गाजा में युद्धविराम वार्ता के प्रति प्रतिबद्धता जताई. युद्ध विराम वार्ता के लिए कतर भी अमेरिका के साथ खड़ा है. इस दौरान ब्लिंकन ने कहा कि हमारा प्रसाय है कि हम वार्ता के लिए हमास को पहले तैयार करें. हमारा संदेश साफ है कि हमें युद्ध विराम और बंधक समझौते को अंतिम रूप देना है.
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40 हजार से अधिक फलस्तीनियों की मौत
इस्राइल और हमास के बीच पिछले साल 7 अक्टूबर से युद्ध जारी है, जब हमास ने इस्राइली शहरों में पांच हजार रॉकेटों से हमला किया था. हमले को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आंतकी हमला करार दिया था. उन्होंने कई बार कसम खाई है कि जब तक हमास को पूरी तरह से बर्बाद नहीं कर दिया जाता, तब तक युद्ध विराम संभव नहीं है. बता दें, युद्ध में अब तक 40 हजार से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है.
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