अमेरिका में चुनाव हो रहे हैं. अमेरिका में राष्ट्रपित चुनाव के साथ-साथ कई सीटों के लिए भी चुनाव जारी है. चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच ही कड़ा मुकाबला है. चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला है. चुनाव में कई हिंदू और भारतवंशी नेताओं ने भी चुनाव लड़ा है, जिनमें से अधिकांश ने जीत हासिल की है.
सुहास सुब्रमण्यम ने दर्ज की जीत
हिंदू उम्मीदवार सुहास सुब्रमण्यम ने हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए पहली बार चुनाव लड़ा था और खास बात है कि उन्होंने जीत दर्ज कर ली है. सुहास वर्जिनिया और ईस्ट कोस्ट राज्य से चुनाव जीतने वाले पहले भारतीय अमेरिकी बन गए हैं.
वर्जिनिया और ईस्ट कोस्ट सीट पर डेमोक्रेट पार्टी की ओर से सुहास उम्मीदवार थे. रिपब्लिकन पार्टी की माइक क्लैंसी को उन्होंने मात दी है. जीत के बाद सुहास ने कहा कि मुझ पर भरोसा जताने के लिए मैं वर्जिनिया के 10वें जिले की जनता का शुक्रिया करता हूं. यह क्षण गर्व का है. यह जिला मेरा घर है. मेरी यहीं शादी हुई है. मैं अपनी पत्नी मिरांडा के साथ अपनी बेटियों को बड़ा कर रहा हूं. मेरे क्षेत्र के लोग जिन परेशानी को झेलते हैं, वही परेशानी मेरा परिवार भी झेलता है. वाशिंगटन स्थित संसद में अपने जिला का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात है.
सुब्रमण्यम, इससे पहले व्हाइट हाउस में बराक ओबामा के सलाहकार रह चुके हैं. वे हिंदू धर्म को मानते हैं. सुब्रण्यम अमेरिका में भारतीय-अमेरिकियों के बीच लोकप्रिय हैं.
इन भारतीय उम्मीदवारों को भी मिली जीत
सुबहास भी अब भारतवंशियों के समोसा कॉकस का हिस्सा बन चुके हैं. कॉकस में पहले से ही पांच भारतीय अमेरिकी शामिल हैं. इनमें राजा कृष्णमूर्ति, प्रमिला जयपाल, श्री थानेदार, रो खन्ना और अमी बेरा शामिल हैं. थानेदार लगातार दूसरी बार हाउस ऑफ रिप्रेंजेटेटिव्स के लिए चुना गया है. राजा कृष्णमूर्ति ने भी दूसरी बार यहां से जीत दर्ज की है.