Lebanon Pager Attack: लेबनान में पेजर हमले में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं हजारों लोग घायल हुए हैं. हिजबुल्लाह के ऐलान के बाद ही यहां के लोगों ने पेजर का इस्तेमाल शुरू किया था. इस हमले से पूरी दुनिया स्तब्ध है. इस बीच एक अपडेट सामने आया कि हमले में एक भारतीय शख्स का नाम शामिल है. केरल में जन्मे नार्वेजियन व्यवसायी रिन्सन जोंस पर कंपनी नॉर्टा ग्लोबल के जरिए लेबनान विस्फोटों से जुड़े पेजर बेचने का आरोप लगाया गया है. सोफिया, बुल्गारिया में स्थित नॉर्टा ग्लोबल ने भी गुरुवार को अपनी वेबसाइट हटा दी, जिसने प्रौद्योगिकी परामर्श पर उनके काम का विज्ञापन किया था.
नॉर्टा कार्यालय भी अपने पंजीकृत पते पर नहीं पाया जा सका. रिंसन जोस से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दया है. बल्गेरियाई राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने दावों की जांच शुरू की है. शुक्रवार को इस बात से इनकार किया कि फर्म की हिजबुल्लाह को पेजर की डिलीवरी में कोई भागीदारी थी.
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परिवार की पृष्ठभूमि की जांच की है
उन्होंने कहा कि फर्म के मालिक ने "माल की बिक्री या खरीद से जुड़ा कोई लेनदेन नहीं किया था". यह "आतंकवाद के वित्तपोषण पर कानून के तहत आता है". मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केरल पुलिस और केंद्र सरकार की एजेंसियों ने यहां पर जोस के पैतृक गांव ओंडायंगडी में उनके परिवार की पृष्ठभूमि की जांच की है.
ब्रांडों और प्रकाशनों के साथ काम करने का कई वर्षों का अनुभव
रिंसन अपनी पत्नी के साथ नॉर्वे में रहते हैं. उनके पिता मुथेदथ जोस दर्जी हैं. उनका भाई ब्रिटेन में काम करते हैं और उनकी बहन आयरलैंड में नर्स है. उनके चाचा थंकाचन ने बताया कि परिवार पिछले तीन दिनों से उनसे संपर्क नहीं कर पा रहा है. वहीं बुल्गारियाई अधिकारियों ने रिंसन जोस की संलिप्तता को मंजूरी दी है. नॉर्वे की खुफिया एजेंसी पीएसटी और ओस्लो पुलिस अभी भी मामले की जांच में जुटी है. नॉर्टा ग्लोबल के मालिक के रूप में उनके काम के अलावा, रिंसन के लिंक्डइन से पता चलता है कि वह ओस्लो में डीएन मीडिया समूह में पांच साल से काम कर रहे हैं. उनके पास ब्रांडों और प्रकाशनों के साथ काम करने का कई वर्षों का अनुभव है.
हिला देने वाले घातक पेजर विस्फोटों के तार
आपको बता दें कि लेबनान और सीरिया को हिला देने वाले घातक पेजर विस्फोटों के तार वैश्विक स्तर पर कई कंपनियों से संबंधित हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पेजर्स पर ताइवान स्थित कंपनी गोल्ड अपोलो का ब्रांड नेम था. हालांकि, अपोलो के अध्यक्ष ने दावा किया कि पेजर एक हंगेरियन कंपनी- बीएसी कंसल्टिंग की ओर से एक लाइसेंसिंग समझौते के तहत बनाए गए थे. हालांकि, टेलेक्स के अनुसार, बीएसी कंसल्टिंग ने कोई गतिविधि नहीं की. उसके पंजीकृत पते पर कोई कार्यालय नहीं था.
बीएसी कंसल्टिंग के साथ रिश्ते पाए जाने के बाद नॉर्टा ग्लोबल रडार पर आ गया है. लेबनान में पेजर के विस्फोट,जो कथित तौर पर हिजबुल्लाह कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने के लिए थे, इसमें 12 लोग मारे गए. वहीं सैकड़ों गंभीर रूप से घायल हो गए. सीरिया में ऐसे ही धमाकों में 14 लोगों की मौत हो गई.