ईरान और इजरायल की तकरार के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई अपना पद छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं. इस पद के लिए उन्होंने अपने बेटे मोजतबा खामेनेई को चुन लिया है. विदेशी मीडिया की ओर से एक रिपोर्ट में यह सामने आया है कि गंभीर बीमारी से जूझ रहे ईरान के सर्वोच्च नेता अपनी मौत के पहले ही पद को छोड़ सकते हैं. बताया जा रहा है, मोजतबा अपने पिता के जिंदा रहते इस पद को संभाल सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के विशेषज्ञों की सभा के 60 सदस्यों ने 26 सितंबर को अली खामेनेई की मांग पर एक असाधारण बैठक बुलाई थी. इस बैठक को बिना किसी पूर्व सूचना के की गई. गोपनीयता के तहत उत्तराधिकार पर फैसला ले लिया गया. बैठक में कुछ विरोध के बाद आखिरकार बैठक में मौजूद सदस्यों ने मोजतबा को सर्वसम्मति से उत्तराधिकारी का ऐलान कर दिया.
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सदस्यों की लीक न करने की चेतावनी
ऐसा बताया जा रहा है कि सदस्यों को बैठक की गोपनीयता बनाए रखने की चेतावनी दी गई. इस बैठक में खबर लीक होने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी. ऐसा किसी व्यापक जनविरोध के डर से किया गया है. बैठक की जानकारी पांच सप्ताह तक गुप्त रखी गई. बीते दो साल से मोजतबा को पिता की विरासत को संभालने के लिए तैयार किया जा रहा था, अब उन्हें विरासत देने की बात हो रही है.
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जीवित रहते ही खामेनेई सौंप सकते हैं बागडोर
इस बैठक में शामिल कुछ सूत्रों ने संकेत दिया है कि ईरान के सर्वोच्च नेता अपने जीवित रहते हुए ही अपने दूसरे बेटे को बागडोर सौंप सकते हैं. वहीं सहज हस्तांतरण की तैयारी को लेकर कदम उठाए जा सकें. उनका मनाना है कि खामेनेई मोजतबा की अगुवाई को सुरक्षित रखने और उनके निधन को लेकर उत्पन्न होने वाले प्रत्याशित विरोध की उम्मीद करते है.