Advertisment

Big News: दफ्तर से नौकरी करके निकले थे कर्मचारी तभी हुआ बड़ा धमाका, आत्मघाती हमले में बिछ गईं लाशें

काबुल में आत्मघाती हमला सामने आया. यहां पर धमाके में 5 विदेशियों समेत 10 लोगों की मौत हो गई. ये हमला उस समय हुआ जब सरकारी कर्मचारी काम खत्म कर निकल रहे थे. 

author-image
Mohit Saxena
New Update
bomb blast

bomb blast

Advertisment

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक आत्मघाती हमले कई लोगों की जीवन लीला समाप्त कर दी. अटॉर्नी जनरल ऑफिस के करीब ये धमाका हुए. इसमें 5 विदेशियों समेत 10 लोगों की मौत हो गई. ये आत्मघाती हमला उस समय हुआ जब सरकारी कर्मचारी  काम खत्म करके घर की ओर निकले थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आत्मघाती हमलावर  का निशाना वाहनों में सवार तालिबान के सरकारी अफसर थे. अभी तक इस हमले की किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है.

ये भी पढ़ें: विदेश मंत्री जयशंकर के बयान पर चीन का ग्लोबाल टाइम तिलमिलाया, बोला- दुविधा पैदा हो सकती है

इसी वर्ष मई में अफगानिस्तान के बामियान प्रांत में हमलावरों ने तीन विदेशियों समेत    चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. अंधाधुंध फायरिंग के दौरान 7 लोग घायल  हो गए. तालिबान के एक प्रवक्ता के अनुसार, मध्य अफगानिस्तान में देर शाम तक    कई बंदूकधारियों ने गोलीबारी को अंजाम दिया. इस हमले में तीन विदेशी नागरिकों की  मौत हो गई. वहीं अन्य चार लोगों की मौत समेत कुल नौ लोग मारे गए. घटनास्थल से  चार संदिग्धों को पकड़ लिया गया है. आपको बता दें कि तालिबान ने अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा जमाया था. 

2008 में बड़ा आत्मघाती हमला

काबुल में साल 2008 में बड़ा आत्मघाती हमला हुआ था. भारतीय दूतावास को निशाना बनाया गया. 7 जुलाई 2008 को भारतीय दूतावास पर आत्मघाती हमले में 58 लोगों ने  अपनी जान गंवाई थी. इस हमले में 141 लोग घायल हो गए. हमले को लेकर अमेरिकी   ने दावा किया कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर इसे अंजाम  दिया गया था.

इन आरोपों को पाकिस्तान ने नाकरा 

इस हमले के पीछे पाकिस्तान के हाथ होने के सबूत मिले थे. हालांकि पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इसे पूरी तरह से खारिज कर दिया था. उसने कहा, इसमें आईएसआई की संलिप्तता के किसी तरह के सबूत नहीं हैं. इस हमले को लेकर अफगान गृह मंत्रालय का कहना था कि शुरुआती जानकारी में सामने आया है कि इस हमले में मुख्य टारगेट सुरक्षा बल नहीं बल्कि भारतीय दूतावास था. धमाके के वक्त भारतीय राजदूत और उनके डिप्टी इमारत के अंदर मौजूद थे. मगर वह सुरक्षित निकल आए थे. 

newsnation terrorist-attack kabul attack taliban kabul attack Alert of Terrorist attack
Advertisment
Advertisment