US Elections: कुछ दिनों पहले के हालात ऐसे थे कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के आगे कोई नहीं था. डेमोक्रेट लीड क्या रिपब्लिक के बराबर भी नहीं आ पा रही थी. पर अब हालात बदल गए हैं. कमला हैरिस के राष्ट्रपति उम्मीदवार बनते ही डेमोक्रेट पार्टी का जनाधार बढ़ने लगा है. रिप्बलिकन की लीड भी अब तेजी से कम हो रही है. आपकों बता दें, जो बाइडन वाली पार्टी का नाम डेमोक्रेट है, कमला हैरिस इसी पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं. वहीं, डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी के नेता हैं.
बता दें, अमेरिका में इस साल राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं. नवंबर में इसके लिए मतदान होंगे. राष्ट्रपति जो बाइडन एक बार फिर चुनाव लड़ना चाहते थे हालांकि, तमाम खींचतान के बाद उन्होंने अपना नाम राष्ट्रपति पद की दौड़ से वापस ले लिया है. अब उप राष्ट्रपति कमला हैरिस डेमोक्रेट पार्टी की राष्ट्रपति उम्मीदवार हैं.
कमला के कारण ट्रंप की लीड घटी
चुनाव पूर्व सर्वोक्षणों में कमला हैरिस और ट्रंप के बीच अब कांटे की टक्कर है. वॉल स्ट्रीट जर्नल के सर्वेक्षणों में सामने आया है कि हैरिस और ट्रंप के बीच मुकाबला अब कड़ा हो रहा है. ट्रंप के पास अब तक छह अंकों की बढ़त थी पर कमला हैरिस की एंट्री की वजह से ट्रंप अपनी बढ़त गंवा चुके हैं. ट्रंप को 48 फीसदी तो हैरिस को 47 फीसदी लोगों का समर्थन है.
अश्वेत और हिस्पैनिक मतदाताओं का डेमोक्रेट पर बढ़ा विश्वास
कमला के कारण अश्वेत और हिस्पैनिक मूल के मतदाताओं का समर्थन डेमोक्रेट को और अधिक मिलने लगा है. खासकर अश्वेत मतदाताओं के समर्थन में भारी उछाल आया है. अमेरिका के प्रमुख मीडिया कंपनी के सर्वे के अनुसार, कमला हैरिस के आने से अश्वेत मतदाताओं का समर्थन 59 से 69 प्रतिशत हो गया है. हिस्पैनिक मूल के मतदाताओं का समर्थन 45 प्रतिशत से 57 प्रतिशत हो गया है. इसके अलावा, 30 साल से कम उम्र के मतदाताओं का समर्थन भी 46 से 56 प्रतिशत हो गया है.