दुनिया का सबसे अधिक प्रदूषित शहर दिल्ली नहीं है. पाकिस्तान के लाहौर ने दिल्ली को प्रदूषित शहरों की सूची में बहुत पीछे छोड़ दिया है. पाकिस्तान का लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है. लाहौर में चारों ओर जहरीली धुंध है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो करीब 15 हजार लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. अस्थमा सहित अन्य बीमारियों के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
एक वक्त पर लाहौर अपनी हरियाली, लहलहाते खेतों, बाग और बगीचों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध था. लेकिन आज लाहौर की हालत बहुत बेकार हो गई है. खुशहाली से आबाद रहने वाला शहर आज वायु प्रदूषण से परेशान है. वायु प्रदूषण का मुख्य कारण अधिक वाहन, निर्माण स्थल से उड़ने वाली धूल और औद्योगिक प्रदूषण है.
मास्क और एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल बहुत जरुरी
पाकिस्तान के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर तुरंत आवश्क उपाय नहीं किए तो स्थिति और बिगड़ जाएगी. सरकार को प्रदूषण के मुख्य कारणों का पता लगाना चाहिए, जिसेस उन पर नियंत्रण किया जा सके. लोगों को सार्वजनिक वाहनों के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. इतनी गंदी हालत में हर वक्त मास्क, एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना आवश्यक हो गया है.
हार्ट-अस्थमा मरीज और बच्चों को रखना होगा खास ख्याल
लाहौर के अस्पताल सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सीने में इंफेक्शन और निमोनिया की शिकायत वाले मरीजों से भर गए हैं. अधिकतर मामले सरकारी अस्पताल में दर्ज किए गए हैं. मेयो अस्पताल में तीन हजार मरीज, गंगाराम अस्पताल में तीन हजार मरीज, जिन्ना अस्पताल में 3500 मरीज और चिल्ड्रन अस्पताल में दो हजार से अधिक मरीज भर्ती हैं.
पाकिस्तान के चिकित्सा विशेषज्ञ अशरफ जिया ने चेतावनी दी है कि बच्चे, अस्थामा और हार्ट मरीज डायरेक्ट स्मॉग के संपर्क में न आएं. लाहौर के कुछ हिस्सो में तो एक्यूआई 1900 तक पहुंच गया था. हालांकि, 12 नवंबर को यह घट कर 604 हो गया है. खास बात है कि पाकिस्तान में तीन माह के लिए शादियों पर प्रतिबंध लगाया गया है, मतलब यह कि वहां अब तीन माह तक शादी नहीं हो सकती है.