भारत और पाकिस्तान के बीच कैसे रिश्ते हैं यह सभी जानते हैं. पिछले दस साल से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्ते करीब-करीब बंद हैं. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार पाकिस्तान जा चुके हैं. पाकिस्तान ने एक बार फिर आमंत्रित किया है. इन सबके बीच विदेश मंत्री एस जयंशकर ने भारत-पाकिस्तान के रिश्तों को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ निर्बाध बातचीत का युग खत्म हो चुका है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर आज दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पर बात की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के बात करने वाला युग अब खत्म हो चुका है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दी गई है तो पाकिस्तान के साथ क्या बात की जाए. हम निष्क्रिय नहीं हैं. हम हर घटनाओं पर प्रतिक्रिया देंगे.
बांग्लादेश में हुए तख्तापलट पर दी प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के अलावा, उन्होंने बांग्लादेश में हुए तख्तापलट पर भी बात की. उन्होंने कहा कि हमें स्वीकार करना होगा कि वहां राजनीतिक परिवर्तन हुआ है. हमें वहां की सरकार से बात करनी पड़ेगी. हमें ऐसे हालातों पर अधिक होशियारी से बात करनी होगी.
मालदीव पर भी की बात
पाकिस्तान और बांग्लादेश के अलावा, जयशंकर ने मालदीव पर भी बात की. जैसा सभी को पता है कि मालदीव के साथ भारत के रिश्तों में खटास आ गई है. इस पर जयशंकर ने कहा कि मालदीव के साथ हमारे रिश्तों में उतार-चढ़ाव आए. यहां स्थिरता की कमी देखी गई है. मालदीव के साथ हमारे रिश्ते पुराने हैं. मालदीव के लोगों का मानना है कि हमारा रिश्ता उनके लिए इस वक्त बहुत जरूरी है क्योंकि वे आर्थिक चुनौतियां झेल रहे हैं.
पाकिस्तान ने भारत को किया निमंत्रित
बता दें, पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में इस बार शंघाई सहयोग संगठन की बैठक होने वाली है. भारत भी इस संगठन का पूर्ण सदस्य है, जिस वजह से पाकिस्तान ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया है. मामले में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने एक दिन पहले कहा था कि 15 से 16 अक्टूूबर को एससीओ की बैठक होगी. बैठक में भाग लेने वाले देशों के प्रमुखों को निमंत्रण भेजा है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निमंत्रण भेजा गया है.