मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भारत दौरे पर है. वे पांच दिन भारत के लिए भारत आए हैं. मोहम्मद मुइज्जू ने सोमवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि भारत मालदीव के लिए सबसे बड़े पर्यटन स्रोत बाजारों में से एक है. उन्होंने उम्मीद जताई कि भारतीय पर्यटक अधिक से अधिक संख्या में मालदीव आएंगे. उन्होंने कहा कि भारत और मालदीव के रिश्ते सदियों पुराने हैं. यह हमारे इतिहास से स्पष्ट हैं. उन्होंने कहा कि लोगों के बीच आपसी रिश्ते ही दोनों देशों के संबंधों की नींव हैं.
नरम पड़ गए मुइज्जू के तेवर
मुइज्जू ने आगे कहा कि कई मालदीववासी चिकित्सा, शिक्षा और पर्यटन सहित कई कारणों से भारत आते हैं. मालदीव भी बड़ी संख्या में भारत के लोगों की मेजबानी करता है. भारतीय मालदीव के विकास में योगदान देते हैं. एक दिन पहले, पीएम मोदी से मुलाकात करने से पहले मुइज्जू ने कहा था कि भारत हमारी वित्तीय स्थिति अच्छे से जानता है. भारत हमारा बोझ करने में मदद करेगा. इंडिया आउट के मुद्दे पर चुनाव जीतने वाले मुइज्जू अब हर मुसीबत के लिए भारत ही आ रहे हैं.
इसलिए खास है, मुइज्जू का यह बयान
मालदीव के राष्ट्रपति का यह बयान बहुत महत्वपूर्ण है. ऐसा इसलिए कि जनवरी में भारत में बॉयकॉट मालदीव ट्रेंड कर रहा था. बॉयकॉट मालदीव सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा था. ट्रेंड चालू इसलिए हुआ था क्योंकि, मालदीव के कुछ मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बयानबाजी की थी.
पीएम मोदी ने कहा- भारत ने हमेशा मालदीव की मदद की
मुइज्जू ने एक दिन पहले, सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई थी. बातचीत में तय हुआ कि रुपये कार्ड का इस्तेमाल अब मालदीव में भी शुरू होगा. मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान, पीएम मोदी ने कहा कि मैं राष्ट्रपति मुइज्जू और उनके प्रतिनिधिमंडल का हार्दिक स्वागत करता हूं. भारत मालदीव का सबसे पुराना, सबसे करीबी और सबसे करीबी मित्र है. हमारी नेवरहुड पॉलिसी में मालदीव का प्रथम स्थान है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा पड़ोसी होने का दायित्व निभाया है. मालदीव के लिए हमने सबसे पहले मदद के हाथ बढ़ाए हैं फिर चाहे कोविड वैक्शिनेशन के लिए हो या साफ पानी के लिए. भारत हमेशा मालदीव के लिए खड़ा रहा है.