इस्राइल और हमास के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है. इस्राइली हमलों में अब तक 40 हजार से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो गई है. इस बीच व्हाइट हाउस ने बताया कि इस्राइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को रोकने के के लिए शांति वार्ता का एक नया दौर शुरू हुआ है. दोहा में चल रहा शांति वार्ता का नया दौर शुक्रवार तक चल सकता है. वार्ता में बंधकों की रिहाई को भी सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे महीनों ने हमास के चंगुल में फंसे इस्राइली और अमेरिकी लोग रिहा होकर अपने परिजनों के पास लौट सकें.
फलस्तीन के एक अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को हुई बैठक में हमास भाग नहीं लेगा. हालांकि, हमास के वरिष्ठ अधिकारी, जो कतर में रहते हैं, वे मध्यस्थों के साथ किसी भी प्रस्ताव पर चर्चा करने को तैयार हैं. बता दें, गाजा में अगर संघर्ष विराम होता है तो क्षेत्र में मिडिल-ईस्ट में तनाव कम होगा. युद्ध में हिजबुल्लाह और ईरान की एंट्री की भी आशंका है, क्योंकि इससे युद्ध और बढ़ सकता है. अमेरिका ने भी साफ कर दिया है कि अगर ईरान युद्ध में कूदता है तो हम भी युद्ध में खुलकर इस्राइल का समर्थन करेंगे.
बैठक में यह प्रस्ताव
नए दौर की शांति वार्ता के लिए तीन महीने की मेहनत लगी है. कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल अंसारी ने बताया कि युद्ध विराम के लिए अभी बाततीच जारी है. इसमें प्रस्ताव है कि हमास द्वारा बंदी बनाए गए लोगों की रिहाई सुनिश्चित की जाएगी. इसके अलावा प्रस्ताव है कि इस्राइल गाजा सहित अन्य फलस्तीनी इलाकों से अपनी सेना की वापसी करेगा और इस्राइली जेलों में बंद हमास के लड़ाकों को रिहा किया जाएगा.
कतर की मीडिया एजेंसी ने अंसारी के हवाले से कहा कि सभी मध्यस्थ क्षेत्र में शांति के प्रयासों को लागू करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं. वार्ता के सफल होने से मानवीय सहायता को हम बेहतर तरीके से फलस्तीनी क्षेत्र में पहुंचा सकते हैं.