मालदीव की राजधानी माले में विदेशी कामगारों के तंग घरों में लगी आग में नौ भारतीयों समेत कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. स्थानीय मीडिया के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि आग में नष्ट हुई एक इमारत की ऊपरी मंजिल से 10 शव बरामद किए गए. यह आग एक ग्राउंड फ्लोर पर गाड़ियों की मरम्मत गैरेज में लगी थी. उन्होंने बताया कि आग पर काबू पाने में उन्हें करीब चार घंटे का समय लगा. माले में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, हम माले में दुखद आग की घटना से बहुत दुखी हैं, जिसमें कथित तौर पर भारतीय नागरिकों सहित कई लोगों की जान गई है. हम मालदीव के अधिकारियों के साथ निकट संपर्क में हैं.
मालदीव के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने कहा कि पास के एक स्टेडियम में एक निकासी केंद्र स्थापित किया गया है. एनडीएमए ने माले में आग से विस्थापित और प्रभावित लोगों के लिए माफनु स्टेडियम में एक निकासी केंद्र स्थापित किया है. राहत और सहायता प्रदान करने की व्यवस्था की जा रही है. मालदीव की राजधानी, जिसे एक अपमार्केट पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है, दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले शहरों में से एक है.
विदेशी कामगार माले की 250,000-मजबूत आबादी का लगभग आधा हिस्सा हैं और ज्यादातर बांग्लादेश, भारत, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका से हैं. मालदीव में लगभग 29,000 भारतीय रहते हैं और काम करते हैं और उनमें से लगभग 22,000 लोग राजधानी शहर माले में रहते हैं. इनमें नर्स, शिक्षक, प्रबंधक, डॉक्टर, इंजीनियर, लेखाकार और अन्य पेशेवर शामिल हैं.
Source : IANS