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दस लाख से अधिक मुस्लिमों को हिरासत में रखने पर न्यूयॉर्क टाइम्स ने छापी रिपोर्ट, 'लाल' हुआ चीन

चीन के विदेश मंत्रालय ने न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा उन दस्तावेजों को जारी किए जाने पर सोमवार को नाराजगी जताई जिनमें विशेष शिविरों में दस लाख से अधिक मुस्लिमों को हिरासत में रखने वाले बीजिंग के अभियान की अंदरूनी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी गई थी.

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Drigraj Madheshia
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दस लाख से अधिक मुस्लिमों को हिरासत में रखने पर न्यूयॉर्क टाइम्स ने छापी रिपोर्ट, 'लाल' हुआ चीन

चीन में मुस्‍लिमों की हालत दयनीय है( Photo Credit : NY)

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चीन के विदेश मंत्रालय ने न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा उन दस्तावेजों को जारी किए जाने पर सोमवार को नाराजगी जताई जिनमें विशेष शिविरों में दस लाख से अधिक मुस्लिमों को हिरासत में रखने वाले बीजिंग के अभियान की अंदरूनी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी गई थी. प्रवक्ता गेंग शुआंग ने अखबार पर आरोप लगाया है कि उसने इस अभियान के पीछे सही कारणों और इसकी सफलता की उपेक्षा की.

उक्त अभियान के बारे में चीन का कहना है कि यह गरीबी, अलगाववाद और धार्मिक कट्टरपंथ को खत्म करने से जुड़ा है. शुआंग ने कहा कि बीते तीन वर्ष में शिनजियाग में कोई आतंकवादी हमला नहीं हुआ है, यह तथ्य साबित करता है कि यह नीति सही है. उन्होंने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लेख में दस्तावेजों की चुनिंदा तरीके से व्याख्या की गई और उन्हें तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. शुआंग ने कहा कि वह (न्यूयार्क टाइम्स) शिनजियांग में चीन के प्रयासों को बदनाम करने के लिए इन कथित आंतरिक दस्तावेजों का मुद्दा उठा रहा है.

उन्होंने पूछा कि इसके पीछे क्या एजेंडा है? न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक चीन सरकार के लीक हुए दस्तावेजों ने देश के शिनजियांग प्रांत में मुसलमान अल्पसंख्यकों पर की गई कार्रवाई पर नई रोशनी डाली थी जिसमें राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अधिकारियों को अलगाववाद और चरमपंथ के खिलाफ “जरा भी दया न” दिखाने का आदेश दिया था. अखबार के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम चीन में अल्पसंख्यक उइगर उग्रवादियों द्वारा एक रेलवे स्टेशन पर 31 लोगों की हत्या किए जाने के बाद अधिकारियों को 2014 में दिए गए भाषण में शी ने “आतंकवाद, घुसपैठ और अलगाववाद” के खिलाफ पूर्ण संघर्ष का आह्वान करते हुए “तानाशाही के अंगों” का इस्तेमाल करने और “किसी भी तरह की दया नहीं” दिखाने को कहा था. 

Source : Bhasha

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