पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती और पढ़ने वाले को आज तक कोई नहीं रोक सका है. अमेरिका से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसने इस कहावत को सही कर के दिखाया है. दरअसल यहां एक महिला ने 105 साल की उम्र में अपनी मास्टर डिग्री हासिल की. उन्होंने 80 साल बाद यह डिग्री पूरी की है. महिला अमेरिका के वर्जीनिया की रहने वाली हैं. उनका नाम- गिनी हिसलोप है. उन्होंने स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ एजुकेशन (GSE) अपनी मास्टर डिग्री पूरी की है. आइये जानते हैं आज इन्हीं के बारे मे…
हिसलोप ने 1940 के दशक में स्टैनफोर्ड से मास्टर डिग्री की कक्षाएं की थीं. उन्होंने अपना कोर्सवर्क भी पूरा कर लिया था. हिसलोप अंतिम मास्टर थीसिस जमा करने ही वाली थीं कि उससे पहले द्वितीय विश्व युद्ध छिड़ गया. इस वजह से उनका डिग्री अधूरी रही गई. युद्ध शुरू हुआ तो हिसलोप के प्रेमी जॉर्ज को युद्ध के लिए जाना पड़ा. इससे पहले दोनों ने शादी कर ली. युद्ध के बाद उनका ध्यान अपने घर-परिवार से हट ही नहीं आ पाया. वे अपनी जिंदगी में उलझ कर रह गईं. उनके दो बच्चे, चार पोते और नौ पर पोते हैं. हिलसोप ने वाशिंगटन के स्कूल और कॉलेज बोर्ड में नौकरी भी की. सब कुछ के बाद उन्हें अपनी डिग्री पूरा करने की इच्छा हुई. 16 जून को उन्हें मास्टर डिग्री सौंपी गई. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैंने इसी समय के लिए खूब लंबा इंतजार किया है. भगवान की कृपा से उन्हें आज डिग्री मिल ही गई.
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अमेरिका में इस साल के अंत तक राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं. राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच सीधा मुकाबला है. अपने चुनावी अभियान के बीच ट्रंप ने कहा कि अमेरिका से जो भी विदेशी छात्र स्नातक की पढ़ाई करता है, उसे अपने आप ग्रीन कार्ड मिल जाना चाहिए. इससे छात्र यहां रहकर काम कर सके. दरअसल, यह सुझाव उन्होंने एक पॉडकास्ट के दौरान दिए. पॉडकास्ट में कई पूंजीपतियों के साथ बातचीत की जा रही थी और इस बीच ट्रंप से भी सवाल किया था. पॉडकास्ट के दौरान ट्रंप से सवाल किया गया था कि दुनियाभर के बेहतरीन दिमागों को हम कैसे अमेरिका ला सकते हैं. पढ़ें पूरी खबर
Source : News Nation Bureau