संयुक्त राष्ट्र की एक नयी रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि पिछले साल विश्व के अलग-अलग हिस्सों में हुए सशस्त्र संघर्षों में 12,000 से अधिक बच्चे मारे गए या घायल हुए. इनमें सबसे ज्यादा बच्चे अफगानिस्तान, फलस्तीन, सीरिया और यमन में हताहत हुए.
रिपोर्ट में बताया कि ये मौतें या चोट पहुंचाना बच्चों के खिलाफ होने वाले उन 24,000 से अधिक क्रूर हिंसा में शामिल है जिनकी संयुक्त राष्ट्र ने पुष्टि की है. इनमें लड़ाकों द्वारा बच्चों का इस्तेमाल किया जाना या उनकी नियुक्ति करना, यौन हिंसा, अपहरण और स्कूलों एवं अस्पतालों पर हमले शामिल हैं.
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संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस की बच्चों एवं सश्स्त्र संघर्षों पर सुरक्षा परिषद को सौंपी गई वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक सशस्त्र समूहों द्वारा किए जाने वाले अपराध नियमित तौर पर हो रहे हैं लेकिन सरकार एवं अंतरराष्ट्रीय बलों द्वारा किए जाने वाले अपराधों की संख्या में खतरनाक वृद्धि देखी गई है.
बच्चों के खिलाफ क्रूर अपराध करने वाले देशों को संयुक्त राष्ट्र की काली सूची में शामिल किया गया है लेकिन इस सूची में अब भी कोई बदलाव नहीं हुआ है जिससे मानवाधिकारों के लिए काम करने वाले कई समूहों में गुस्सा है.