पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और उनके परिवार का टैक्स डेटा लीक करने के आरोप में दो राजस्व अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है. एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. समा टीवी के मुताबिक, इस मामले की शुरुआती जांच रिपोर्ट पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार को सौंपी गई थी. इसके बाद राजस्व आयुक्त जहूर अहमद और उपायुक्त आतिफ नवाज वराइच को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया. रिपोर्ट के अनुसार, डेटा लीक मामले में दोनों अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है.
सूत्रों के मुताबिक, समा टीवी ने बताया कि टैक्स डेटा कथित तौर पर दो नामित अधिकारियों के तहत लीक हुआ. पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने सोमवार को मामले का संज्ञान लिया और कहा कि फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू के अधिकारियों ने जानकारी का खुलासा करने में संगीन अशुद्धियां पाई हैं और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन किया गया है.
इसके बाद वित्त मंत्री ने राजस्व पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक तारिक पाशा को मामले की जांच करने और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया. रिपोर्ट के अनुसार, कमर जावेद बाजवा जब लेफ्टिनेंट जनरल बने तो उनकी पत्नी टैक्स नहीं भरती थीं. फेक्ट फोकस की रिपोर्ट में कहा गया है कि लाहौर में उनके सबसे करीबी दोस्त, साबिर मिठू हमीद एक अच्छे कारोबारी थे, पर व अरबपति नहीं थे. लेकिन आगे चलकर दोनों परिवार एक बन गए.
रिपोर्ट के अनुसार, छह साल के भीतर दोनों परिवार अरबपति बन गए और एक अंतरराष्ट्रीय व्यापार शुरू किया. दोनों ने कई विदेशी संपत्तियां खरीदीं, विदेशों में पूंजी ट्रांसफर करना शुरू किया, कमर्शियल प्लाजा, कमर्शियल प्लोट्स, इस्लामाबाद और कराची में विशाल फार्महाउस भी खरीदे. रिपोर्ट के अनुसार, पिछले छह सालों के दौरान पाकिस्तान के भीतर और बाहर बाजवा परिवार के द्वारा जमा की गई ज्ञात संपत्तियों और व्यवसायों का वर्तमान बाजार मूल्य 12.7 बिलियन रुपये से ज्यादा है.
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Source : IANS