पाकिस्तान के कराची में चीन के दूतावास के नजदीक शुक्रवार को गोलीबारी हुई और छोटे विस्फोटों की आवाज सुनी गई. 'डॉन' की रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआती रिपोर्टों में पता चला है कि आतंकी चीनी दूतावास में घुसने की कोशिश कर रहे थे लेकिन वहां मुस्तैद पुलिस और पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों ने उन्हें गेट पर ही मार गिराया. सुरक्षाकर्मी और अज्ञात हमलावरों के बीच गोलीबारी के बाद क्लिफ्टन इलाके में भारी पुलिस बलों को और पाकिस्तानी रेंजर्स को तैनात किया गया है.
इलाके को रेड जोन माना जाता है और यहां पहले से ही सुरक्षा एवं व्यवस्था एक रेड जोन के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
हमले को लेकर कराची साउथ के डीआईजी जावेद आलम ने कहा, हमले में 2 पुलिसकर्मियों की मौत हुई है. उन्होंने कहा एक और अज्ञात शख्स को गोली लगी है जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. इलाके के एडिशनल आईजी डॉ आमिर अहमद शेख ने कहा कि आतंकियों सुरक्षाकर्मियों के बीच गोलीबारी अब खत्म हो चुकी है और इलाके को सुरक्षित घोषित किया जा चुका है. उन्होंने कहा हमला किस मकसद से किया गया था यह मैं तभी बता सकता हूं जब इसकी शुरुआती जांज होगी.
भारत ने कराची दूतावास और पेशावर में हुए आतंकी हमलों की निंदा की है. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि किसी भी तरह के आतंकी हमले को सही नहीं ठहराया जा सकता. हमले के पीड़ितों को जल्द न्याय मिलना चाहिए. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, सुबह स्थानीय लोगों ने चीनी दूतावास के नजदीक गोलियां चलने की आवाज सुनी. हमले के बाद इलाके में सुरक्षाबलों ने नाकाबंदी कर दी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अलगाववादी संगठन बलोच लिबरेशन आर्मी ने हमले की ज़िम्मेदारी ली है.
Source : News Nation Bureau