Advertisment

24 साल के इस युवक ने की थी 23 लोगों की हत्या, अब 46 करोड़ रुपये का देगा मुआवजा

US Hate Crime: अमेरिका में हैट क्राइम के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं. ऐसे ही एक मामले में 23 लोगों की हत्या करने वाला एक युवक मृतकों के परिजनों को 46 करोड़ रुपये देने को तैयार हो गया है. पैट्रिक क्रूसियस नाम के इस युवक ने 23 लैटिन अमेरिकी नागरिकों की हत्या कर दी थी.

author-image
Suhel Khan
एडिट
New Update
Walmart Shooter

46 करोड़ का मुआवजा देगा ये हत्यारा( Photo Credit : Social Media)

Advertisment

US Hate Crime: अमेरिका के टेक्सास में 23 लोगों को मौत के घाट उतारने वाला शख्स मृतकों के परिवारों को 46 करोड़ रुपये का मुआवजा देने को तैयार हो गया है. 24 साल के पैट्रिक क्रूसियस नाम के इस शख्स ने साल 2019 में टेक्सास के एल पासो वॉलमार्ट में 23 लोगों की हत्या कर दी थी. उसने इन हत्याओं को इसलिए अंजाम दिया था क्योंकि उसे इस बात का डर था कि लैटिन अमेरिकी मूल के ये लोग अमेरिका की सरकार और उसकी अर्थव्यवस्था पर कब्जा कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें: Chunky Panday Birthday: अनन्या पांडे ने पापा चंकी पांडे को इस बात के लिए कहा शुक्रिया, फोटोज के साथ दी बधाई

बता दें कि अमेरिका में लैटिन अमेरिकी नागरिकों समेत अश्वेतों के साथ ही इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती हैं. 23 लोगों की हत्या के जुर्म में क्रूसियस अब मृतकों के परिजनों को 55,57,005.55 डॉलर यानी करीब 46 करोड़ रुपये का मुआवजा देने को राजी हो गया.

कोर्ट ने भी दी समझौते को मंजूरी

इस मामले में टेक्सास के पश्चिमी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी ऑफिस ने सोमवार को जानकारी दी कि फेडरल जज डेविड गुआडरमा ने अभियोजकों और लैटिन प्रवासियों को निशाना बनाने वाले श्वेत वर्चस्ववादी पैट्रिक क्रूसियस के बीच समझौते को मंजूरी दे दी. वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस समझौते के तहत क्रूसियस गोलीबारी के पीड़ितों को 55,57,005.55 डॉलर का भुगतान करेगा.

ये भी पढ़ें: Manmohan Singh Birthday: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का 91वां जन्मदिन, प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई

बता दें कि ये हमला अमेरिका के मौजूदा इतिहास में लैटिन अमेरिकियों को निशाना बनाकर किए गए सबसे घातक था. जिसमें 23 लोगों की जान चली गई थी. इन हत्याओं के लिए क्रूसियस ने एक हजार किलोमीटर से भी ज्यादा की यात्रा की. उसके बाद इन लैटिन अमेरिकी नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया गया.

publive-image

मूवी थिएटर में नौकरी करता था क्रूसियस

बता दें कि लैटिन अमेरिकी नागरिकों की हत्या करने वाला क्रूसियस एक मूवी थिएटर में नौकरी करता था. उसके वकीलों के मुताबिक लेकिन उसे वहां से निकाल दिया गया था. जिसकी वजह उसके मन में हिंसक विचारों का आना बताया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रूसियस को फरवरी में हेट क्राइम समेत 90 आरोपों में दोषी करार दिया गया. इसी साल जुलाई में उसे लगातार 90 आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. इसके अलावा उसे एक अन्य सरकारी मामले में मौत की सजा भी हो सकती है. हालांकि, इस मामले में उसने हत्‍या का अपराध स्‍वीकार नहीं किया. साथ ही अभी सुनवाई की तारीख भी तय नहीं है.

ये भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: क्यों NDA से अलग हुआ AIADMK, BJP को क्या होगा फायदा?

21 साल की उम्र में की थी हत्याएं

बताया जा रहा है कि जब पैट्रिक क्रूसियस ने इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया तब उसकी उम्र केवल 21 साल थी. तब वह डालास में रहता था. उसका परिवार काफी संपन्न है. क्रूसियस डालास के पास स्थित कोलिन कॉलेज में पढ़ता था. इस हत्याकांड से पहले उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं था. ऐसा माना जाता है कि डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल के दौरान वह प्रवासियों को लेकर चल रही बहस से काफी प्रभावित था. क्योंकि उसने इस मुद्दे को लेकर तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति की खूब तारीफ भी की थी.

HIGHLIGHTS

  • अमेरिकी युवक ने की थी 23 लोगों की हत्या
  • अब मृतकों के परिवारों को देगा 46 करोड़ मुआवजा
  • कोर्ट ने दी समझौते को मंजूरी

Source : News Nation Bureau

Racist Attack Us Hindi News Walmart Shooter Walmart Shooter Texas Walmart Shooter 2019 US Racist Attack hate crime
Advertisment
Advertisment
Advertisment