अफगानिस्तान के बल्ख प्रांत में एक मस्जिद के भीतर विस्फोट में कम से कम 30 तालिबानी आतंकियों की मौत हुई है. सेना के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है. एक प्रवक्ता के हवाले से सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि दौलताबाद के काल्टा गांव में तालिबान विद्रोहियों के एक समूह द्वारा रोडसाइड बम और अन्य विस्फोटक उपकरणों के निर्माण का प्रशिक्षण प्राप्त किया जा रहा था और तभी एक आईईडी में अचानक से विस्फोट हो गया, जिससे मौके पर 30 आतंकियों की मौत हो गई, जिनमें से छह विदेशी नागरिक थे. हालांकि इनकी राष्ट्रीयता की पहचान नहीं हो पाई है. बल्ख प्रांत के कुछ हिस्सों में सक्रिय तालिबानी आतंकियों ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
इसके पहले 31 जनवरी को अफगानिस्तान में तालिबानी आतंकियों ने एक बम धमाका किया था जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी. अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है. प्रांतीय सरकार ने अपने एक बयान में इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि शनिवार सुबह एक कार बम हमले में नंगरहार के शिरजाद जिले में सेना के एक ठिकाने को निशाना बनाया गया. सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, धमाके के बाद मीडिया को भेजे गए अपने एक बयान में तालिबानियों ने इसकी जिम्मेदारी ली है.
जनवरी में तालिबानी आतंकियों ने किया था हमला
अपने एक बयान में आतंकवादी समूह के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, 'सेना के ठिकाने को निशाना बनाकर किए गए एक आत्मघाती हमले में 50 सैनिक मारे गए और घायल हुए हैं.' हालांकि, हमले को लेकर किए गए इस दावे की जांच अभी बाकी है. यहां बाद में पुलिस डिस्ट्रिक्ट 5 में काबुल के पोल-ए-कंपनी इलाके में चुंबकीय बम के एक पुलिस वैन से टकराने की वजह से एक और नागरिक के घायल होने की सूचना मिली है.
एक और हमले में एक बच्चे सहित तीन की हुई थी मौत
पुलिस प्रवक्ता फरदौज फरामर्ज ने कहा, इसके घंटों बाद काबुल शहर के पुलिस डिस्ट्रिक्ट 4 में सलीम कारवां इलाके में एक और बम के कार संग टकराने से विस्फोट हुआ, जिसमें एक की जान गई है और तीन अन्य घायल हुए हैं. प्रांतीय पुलिस के प्रवक्ता जमाल बारिकजई ने पुष्टि करते हुए कहा, कंधार प्रांत के पंजवेई जिले में सड़क किनारे एक बम के रिक्शा से टकराने से फिर से एक विस्फोट हुआ, जिसमें एक बच्चे सहित तीन लोगों की जान गई है. दोहा में अफगान सरकार और तालिबानी समूह के बीच शांति वार्ता की धीमी प्रगति और पैदा हुए गतिरोध के चलते इस बीच लक्षित हिंसक घटनाओं में इजाफा देखने को मिला है.
Source : News Nation Bureau