सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने बताया कि प्रिंसेस क्रूज के रूबी प्रिंसेस जहाज पर हाल ही यात्रा के दौरान 300 से अधिक यात्री और चालक दल के सदस्य रहस्यमयी बीमारी से ग्रस्त मिले. द मेट्रो न्यूज के अनुसार 26 फरवरी से 5 मार्च तक टेक्सास से मैक्सिको और वापस की यात्रा के दौरान जहाज पर इस रहस्यमयी बीमारी का प्रकोप हुआ. हालांकि जांचकर्ता अभी तक यह समझ नहीं सके हैं रहस्यमयी बीमारी क्या है और किस कारण से फैली है. प्राप्त और जानकारी के अनुसार जहाज पर सवार 2,881 यात्रियों में से 284 ने बीमार पड़ने की सूचना दी, जो कुल यात्रियों की लगभग 10 फीसदी संख्या है.
34 क्रू सदस्य भी आए चपेट में
1,159 चालक दल के सदस्यों में से 34 भी इस रहस्यमय बीमारी की चपेट में आए, जो क्रू सदस्यों की लगभग 3 फीसदी संख्या है. सीडीसी की जांच के अनुसार इसके प्रमुख लक्षण उल्टी और दस्त थे. विगत दिनों तक भी बीमारी का कारण अज्ञात था. सीबीएस न्यूज ने बताया कि विशेषज्ञ बीमारी के सटीक कारण के बारे में अभी भी स्पष्ट नहीं हैं. उन्होंने अभी तक इसका कारण तय नहीं किया है. सीडीसी के पोत स्वच्छता कार्यक्रम महामारी विज्ञानियों और पर्यावरण स्वास्थ्य अधिकारियों ने 5 मार्च को गैल्वेस्टोन, टेक्सास में डॉक पर जहाज के लंगर डालने पर इस रहस्यमयी बीमारी के बारे में सैंपल एकत्र किए हैं.
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पहले भी विवादों में रहे हैं प्रिंसेस क्रूज के जहाज
सीडीसी के अनुसार रहस्यमयी बीमारी का प्रकोप शुरू होने के बाद जहाज के क्रू ने कई-कई बार साफ-सफाई करना और कीटाणुशोधन तकनीकों का उपयोग करना शुरू किया. इसके अलावा उन्होंने सीडीसी जांच के लिए यात्रियों स्टूल के नमूने भी एकत्र किए हैं. गौरतलब है कि रूबी प्रिंसेस पहले भी कई कोविड-19 महामारी की बड़ी साइट के रूप में सुर्खियां बटोर चुका है. इसमें कोरोनोवायरस महामारी में 2020 की शुरुआत में क्रूज भी शामिल है, जो ऑस्ट्रेलिया में सैकड़ों सकारात्मक मामलों के साथ डॉक किया गया था. हाल के वर्षों में सीडीसी ने क्रूज जहाजों पर कोविड-19 की निगरानी रखी थी. कोरोना संक्रमण में कमी आने के बाद ट्रैकिंग मामले जुलाई 2022 में खत्म कर दिए गए थे.
HIGHLIGHTS
- टेक्सास से मैक्सिको और फिर वापसी की थी यात्रा
- जहाज के लगभग 10 फीसदी यात्री बीमारी से ग्रस्त
- अभी तक विशेषज्ञों को नहीं मिला बीमारी का कारण