पड़ोसी देश बांग्लादेश में शुक्रवार को एक फेरी यानी सवारी नाव में भीषण आग लगने से कम से कम 37 लोगों की मौके पर मौत हो गई. स्थानीय पुलिस के मुताबिक मरने वालों की गिनती और बढ़ सकती है. राजधानी ढाका से 250 किलोमीटर दूर झालकोटी जिले में यह भयानक हादसा हुआ. सुगंधा नदी में नाव के इंजन में आग लग गई और इसके बाद अफरातफरी मच गई. घटनास्थल पर राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, सुगंधा नदी के बीच में चलते नाव में अचानक आग लग गई. नाव में पांच सौ से ज्यादा सवारी मौजूद थी. इस दर्दनाक हादसे में 200 से ज्यादा लोग आग से झुलस गए. घायलों का स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है. प्रशासनिक अभियान में कम से कम 37 शवों को बरामद किया जा चुका है. ज्यादातर लोगों की मौत आग में झुलसने से हुई. कुछ लोग जान बचाने के लिए नदी में कूद गए और डूबने से उनकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है.
दो घंटे में 15 दमकल यूनिट ने आग पर काबू पाया
राहत और बचाव अभियान से जुड़े प्रशासनिक अधिकारी के मुताबिक ढाका से बारगुना जा रही नाव एमवी अभिजन-10 के इंजन रूम में स्थानीय समय के मुताबिक अहले सुबह करीब तीन बजे आग लगी. फायर सर्विस कंट्रोल रूम ने एक बयान में बताया गया है कि जानकारी मिलने के बाद 15 दमकल यूनिट को सुबह 3:50 बजे घटनास्थल पर भेजा गया था. लगभग दो घंटे में यानी साढ़े पांच बजे सुबह तक भीषण आग पर काबू पा लिया गया.
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पत्नी और साले समेत नदी में कूदकर बचाई जान
बांग्लादेशी अखबार डेली स्टार ने हादसे में घायल एक सवार के हवाले से बताया है कि सुबह 3 बजे के आसपास इंजन रूम में अचानक आग लगी थी. गबखान पुल के नजदीक आते-आते आग तेजी से फैलने लगी. नाव पर बच्चों और बुजुर्ग समेत करीब 500 यात्री सवार थे. इनमें से कई लोग नदी में कूद गए. आग लगने के बाद मैं, मेरी पत्नी और मेरा साला तीनों नदी में कूदकर किनारे तक पहुंच गए.
HIGHLIGHTS
- नाव पर बच्चों और बुजुर्ग समेत 500 यात्री सवार थे, जिनमें कई लोग नदी में कूद गए
- ढाका से बारगुना जा रही नाव एमवी अभिजन-10 के इंजन रूम में सुबह 3 बजे आग लगी
- प्रशासनिक अभियान में कम से कम 37 शवों को बरामद किया जा चुका है