अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित सांस्कृतिक केंद्र में गुरुवार को हुए आत्मघाती विस्फोट में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक घायल हो गए ।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने समाचार एजेंसी एफे को बताया कि यह विस्फोट कला-ए-नजर क्षेत्र में सुबह 10.30 बजे हुआ। रहीमी ने बताया कि पीड़ितों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
रहीमी ने कहा कि जिस इमारत पर यह हमला हुआ, उसके अंदर समाचार एजेंसी सदा-ए-अफागानिस्तान (अफगान वॉइस) का दफ्तर और एक मस्जिद भी मौजूद है।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि इस आत्मघाती विस्फोट के बाद इलाके में दो और धमाके हुए। किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
तालिबान ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह इस हमले में शामिल नहीं है। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, हमले में बचे एक व्यक्ति के अनुसार जब यह विस्फोट हुआ, उस समय सामाजिक कार्यकर्ता एक बैठक के लिए केंद्र में एकत्रित हुए थे।
पुलिस ने कहा कि इलाके में कम से कम तीन आत्मघाती हमलावर मौजूद थे जिन्होंने हमले में ग्रेनेड का भी इस्तेमाल किया। ज्यादा लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की वजह से मृतकों की संख्या में वृद्धि होने की आशंका है।
काबुल में सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एनडीएस) के कार्यालय के पास हुए आत्मघाती विस्फोट में आठ लोगों की मौत हो गई थी जबकि दो घायल हो गए थे।
इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
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Source : News Nation Bureau