आंतक को समर्थन देने की रणनीति पाकिस्तान पर भारी पड़ती नजर आ रही है। आतंकियों को पनाह देने कारण पाकिस्तान के नागरिकों को वैश्विक स्तर पर अलगाव का सामना करना पड़ रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद पाकिस्तानियों को मिलने वाले अमेरिकी वीजा में 40 फीसदी की गिरावट आई है वहीं इसके उलट भारतीय को मिलने वाले वीजा में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
हाल ही में जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल के मार्च और अप्रैल के मुकाबले 2017 के मार्च और अप्रैल महीने में भारतीय को मिलने वाले अमेरिकी वीजे में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
ट्रंप प्रशासन के दौरान पाकिस्तानियों को मिलने वाले वीजा में वैसे समय में कटौती की गई है, जब अमेरिका की प्रतिबंधित सूची में पाकिस्तान शामिल नहीं है। राष्ट्रपति बबने के बाद ट्रंप ने जिन देशों के नागरिकों पर अमेरिका में यात्रा को लेकर प्रतिबंध लगाया था, उसमें पाकिस्तान शामिल नहीं था।
और पढ़ें: ट्रंप सरकार का पाकिस्तान को बड़ा झटका, पाक को मिलने वाला मिलट्री फंड 'लोन' में होगा तब्दील
हालांकि वीजा बैन के बाद ट्रंप ने पाकिस्तान को प्रतिबंधित देशों की सूची में डालने के संकेत जरूर दिए थे। पाकिस्तानियों को अप्रैल 2017 में 3925 नन इमाइग्रेंट वीजा दिया गया जबकि मार्च में 3973 वीजा दिया गया था।
इससे पहले भी पाकिस्तान को झटका देते हुए अमेरिका ने उसे दिए जाने वाले मिलट्री फंड को लोन में बदलने का प्रस्ताव रखा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आर्थिक वार्षिक बजट में प्रस्ताव किया है कि दूसरे देशों को दिए जाने वाली वित्तीय मदद को बंद कर लोन में बदला जाए।
अमेरिका का यह प्रस्ताव देश की रक्षा संबंधी ज़रुरतों पर ज़्यादा ध्यान देने के लिए उठाया जा रहा है। ट्रंप सरकार के पहले वार्षिक बजट में राष्ट्रपति ने पाकिस्तान को आर्थिक मदद के रूप में दी गई धनराशि को कर्ज में तब्दील करने का प्रस्ताव रखा है।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने वार्षिक बजट में प्रस्ताव दिया है कि पाकिस्तान को अमेरिका की तरफ से सैन्य उपकरणों की खरीद के लिए दिए जाने वाले अनुदान को कर्ज में तब्दील कर देना चाहिए। हालांकि ट्रंप प्रशासन ने इस मुद्दे पर अंतिम फैसला विदेश मंत्रालय पर छोड़ दिया है।
वहीं ओबामा प्रशासन के दौरान पाकिस्तानियों को पिछले साल 78,637 वीजा दिया। महीने के आधार पर ओबामा प्रशासन ने पाकिस्तानियों को औसतन 6,553 वीजा दिया जो मौजूदा औसत के मुकाबले 40 फीसदी अधिक है।
पाकिस्तान एकमात्र वैसा मुस्लिम देश नहीं है, जिसे मिलने वाले अमेरिकी वीजे में गिरावट आई है। करीब 50 मुस्लिम देशों को लेकर किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि इन देशों के नागरिकों को मिलने वाले वीजा की संख्या में गिरावट आई है।
वहीं ट्रंप की संशोधित बैन सूची में अभी छह देशों इराक, सीरिया, सूडान, सोमालिया, लीबिया और यमन के नागरिकों को मिलने वाले वीजा में 55 फीसदी की गिरावट आई है। ट्रंप की मूल प्रतिबंधित सूची में सात देश शामिल थे। हालांकि बाद में इस सूची को संबोधित करते हुए ईरान को इस सूची से बाहर कर दिया गया था।
HIGHLIGHTS
- ट्रंप प्रशासन में पाकिस्तानियों को मिलने वाले अमेरिकी वीजा में 40 फीसदी की गिरावट आई है
- वहीं इसके उलट भारतीय को मिलने वाले वीजा में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है
Source : News Nation Bureau