कोरोना (Corona) और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे पाकिस्तान (Pakistan) के सामने एक और बड़ी समस्या आ खड़ी हुई है, पाकिस्तान में सूखे जैसे हालात (Drought like conditions in Pakistan) बन रहे हैं. पाकिस्तान के बलूचिस्तान(Balochistan) में भुखमरी के हालात हैं. यहां मौसम की मार, पानी की कमी, कोरोना वायरस( Corona Virus) महामारी और टिड्डियों के हमलों ने स्थितियां बिगाड़ दी हैं. सरकार की बेरुखी ने लाखों लोगों का संकट और बढ़ा दिया है. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार यहां पांच लाख लोगों के सामने खाने का संकट है. एक लाख लोग ऐसे हैं, जिनका जीवन बचाने की तत्काल आवश्यकता है.
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ये पाकिस्तान के किसानों के लिए खतरे की घंटी है. पाकिस्तान के दो प्रांत सिंध (Sindh) और बलूचिस्तान (Balochistan) के जिन हिस्सों में सूखे(Drought) जैसी स्थितियां बन रही हैं उन्हें मानसून (Monsoon) से भी कोई उम्मीद नहीं है. संयुक्त राष्ट्र (United Nation) कार्यालय के मानवीय सहायता का समन्वय देखने वाले विशेषज्ञों(Experts) का कहना है कि खाद्य आपातकाल होने के साथ ही पानी का भीषण संकट पैदा हो रहा है. पाकिस्तान के मौसम विभाग ने चेताया है कि सिंध और बलूचिस्तान के भागों में सूखे के हालात और बिगड़ सकते हैं, जिसके चलते खेती की जमीन को पानी की कमी का सामना करना पड़ सकता है.
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मौसम विभाग(weather Department) ने यह भी पूर्वानुमान लगाया है कि साल के अंत में दक्षिण-पश्चिम बलूचिस्तान, ईरान के सीमावर्ती क्षेत्र और अफगानिस्तान में सूखे जैसे स्थिति हो सकती है. अक्टूबर 2020 से मई 2021 तक औसत वर्षा का स्तर बहुत ही निचले स्तर पर पहुंच गया है. बलूचिस्तान के दक्षिणी जिलों के साथ ही 12 में से छह मध्य के जिले सूखे से प्रभावित हैं. इन सभी स्थानों पर निकट भविष्य में हालत सुधरती दिखाई नहीं दे रही है. इस मौसम ने बलूचिस्तान के अधिकांश हिस्सों में सूखे की स्थिति पैदा कर दी है. स्थिति और भी खराब हो सकती है क्योंकि आमतौर पर मानसून के मौसम में यहां अच्छी बारिश नहीं होती है.
HIGHLIGHTS
- पाकिस्तान के बलूचिस्तान में भुखमरी के हालात हैं
- कोरोना महामारी और टिड्डियों के हमलों ने स्थितियां बिगाड़ दी हैं
- ये पाकिस्तान के किसानों के लिए खतरे की घंटी है
Source : News Nation Bureau