अफगानिस्तान में खाद्य भंडार तेजी से खत्म हो रही है. तालिबान सरकार को लोगों के लिए अनाज मुहैया कराना बड़ी चुनौती बन गई है. इस बीच संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और चीन ने अफगानिस्तान में मदद का हाथ बढ़ाया है. चीन और संयुक्त अरब अमीरात अफगानिस्तान में अनाज और दवाइयों की सप्लाई कर रहे हैं. चीन अफगानिस्तान को 310 लाख डॉलर की मदद कर रहा है. वहीं यूएई ने मानवीय आधार पर अफगानिस्तान की मदद का फैसला लिया है. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की ओर से भेजा गया अनाज और दवाई काबुल में उतरा है.
प्रवक्ता मुजाहिद ने बताया कि यूएई द्वारा दिया गया लगभग 30 टन भोजन और चिकित्सा आपूर्ति से भरा एक विमान बुधवार सुबह अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में उतरा.
चीन ने भी मदद का बढ़ाया हाथ
इधर चीन ने भी तालिबान सरकार को मदद देने का ऐलान किया है. चीन की विदेश मंत्री वांग यी ने बताया कि चीन अफगानिस्तान को 200 मिलियन यूआन (31 मिलियन अमेरिकी डॉलर)की मदद के तहत अनाज, सर्दी के सामान, कोरोना के टीके और जरूरत की दवाएं देगा.
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संयुक्त राष्ट्र ने भेजा अनाज
हाल के दिनों में, संयुक्त राष्ट्र ने उत्तरी अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ हवाई अड्डे पर चिकित्सा आपूर्ति की है, जबकि कुछ 600 मीट्रिक टन भोजन पाकिस्तान से सीमा पर आने वाले ट्रकों द्वारा पहुंचाया गया है. संयुक्त राष्ट्र की टीमें समुदायों को पानी और स्वच्छता के साथ-साथ सुरक्षा सेवाएं भी प्रदान कर रही हैं, जिसमें काबुल हवाई अड्डे पर लगभग 800 बच्चे शामिल हैं.
आधी आबादी को नहीं मिल रही बुनियादी चीजें
अफगानिस्तान में मचे उथल-पुथल से पहले भी करीब 18 मिलियन लोग, या आधी आबादी, अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए आपातकालीन सहायता पर निर्भर हैं.
Source : News Nation Bureau