Advertisment

कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए चीन के वुहान पहुंची WHO की टीम

पूरी दुनिया में पैर पसार चुके कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की 10 अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की एक टीम चीन के वुहान पहुंची है.

author-image
Dalchand Kumar
एडिट
New Update
WHO team

कोरोना की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए चीन के वुहान पहुंची WHO की टीम( Photo Credit : ANI)

Advertisment

कोरोना वायरस को पैदा करने वाले चीन पर असलियत जल्द दुनिया के सामने आने वाली है. खुद को विश्वशक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए दुनिया को 'मौत' के मुंह में ढकेलने वाले चीन की सारी पोल खुलनी वाली है. पूरी दुनिया में पैर पसार चुके कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की 10 अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की एक टीम चीन के वुहान पहुंची है. दिसंबर 2019 में चीन की लैब में आखिर क्या हुआ था, डब्ल्यूएचओ की टीम इसका पता लगाएगी. बताया जा रहा है कि यह टीम सिंगापुर से आई है और इसमें 10 विशेषज्ञ हैं.

यह भी पढ़ें: Corona का दूसरा साल अधिक कठिन हो सकता है: WHO

मालूम हो कि चीन के वुहान में पिछले साल दिसंबर में कोरोना वायरस का पहला मामला आया था और तब से दुनिया भर में 14 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर चीन अभी तक दुनिया से झूठ बोलता आया है. कोरोना वायरस की शुरुआत कहां से हुई, इस संबंध में डब्ल्यूएचओ की जांच के पहले चीन ने बीते शुक्रवार को दावा किया था कि वुहान में कोविड-19 का पहला मामला आने का यह मतलब नहीं है कि संक्रमण की शुरुआत चीन के इसी शहर से हुई थी. हालांकि अब कोरोना वायरस की शुरुआत कहां से हुई, इसका पता लगाने के लिए डब्ल्यूएचओ की एक टीम चीन पहुंच चुकी है. 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ टीम के एक जीवविज्ञानी ने एक प्रमुख मीडिया आउटलेट को बताया कि डब्ल्यूएचओ दोषारोपण नहीं चाहता है, बल्कि उसका उद्देश्य भविष्य में किसी भी तरह के प्रकोप को रोकना है. जर्मनी के रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट के फैबियन लेएन्डट्र्ज ने कहा, 'यह दोषी देश के बारे में पता लगाने के लिए नहीं है.' उन्होंने आगे कहा, 'यह जानने की कोशिश के बारे में है कि क्या हुआ और फिर आंकड़ों के हिसाब से उनके आधार पर, हम भविष्य में जोखिम को कम करने की कोशिश कर सकते हैं.'

यह भी पढ़ें: इंतजार की घड़ी खत्म, अब 16 जनवरी से देश में लगेगा कोरोना का टीका 

यहां इस बात का जिक्र करना भी जरूरी है कि चीन लगातार डब्ल्यूएचओ की टीम को वुहान जाने के लिए रोड़ा अटका रहा था. कई बार टीम को वुहान जाने की इजाजत नहीं दी गई. डब्ल्यूएचओ ने इस सप्ताह की शुरुआत में दावा किया था कि टीम को चीन में प्रवेश से मना कर दिया गया है. उल्लेखनीय है कि वायरस से फैल रहे संक्रमण के शुरुआती दिनों में इसके हुबेई प्रांत के वुहान में एक तथाकथित 'वेट मार्केट' से फैलने की जानकारी सामने आई थी और ऐसा माना जा रहा था कि यहीं से यह वायरस जानवरों से मनुष्यों में फैला था.

Source : News Nation Bureau

corona-virus china WHO Wuhan डब्ल्यूएचओ वुहान
Advertisment
Advertisment
Advertisment