पाकिस्तान सरकार ने गुरुवार को कहा कि आसिया बीबी देश छोड़ने के लिए आजाद हैं. ईसाई महिला आसिया मृत्युदंड की सजा के साथ 8 साल जेल में बिताने के बाद ईशनिंदा के सभी आरोपों से दोषमुक्त हुई हैं.
पाकिस्तान की शीर्ष अदालत ने मंगलवार को आसिया की रिहाई के खिलाफ एक अपील को खारिज कर दिया जिससे देश से उनके संभावित प्रस्थान का मार्ग प्रशस्त हुआ.
पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इस्लामाबाद में संवाददाताओं को बताया, 'यह सर्वोच्च न्यायालय का फैसला है, जो सभी को पता है. इसमें कोई रहस्य नहीं है. सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लागू किया जाएगा.'
फैजल ने कहा, 'जहां तक मेरी जानकारी है, आसिया बीबी अभी भी पाकिस्तान में हैं. यह उन पर है कि वह पाकिस्तान में रहना चाहती हैं या विदेश जाना चाहती हैं.' उन्होंने कहा कि आसिया एक आजाद पाकिस्तानी नागरिक हैं और उनके आने-जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है.
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मंगलवार को अदालत के आदेश से पहले आसिया के वकील सैफुल मलूक ने समाचार एजेंसी एफे को बताया था कि वह कनाडा में अपनी दो बेटियों के पास जा सकती हैं लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वह अपनी मातृभूमि छोड़ेंगी या नहीं.
गौरतलब है कि पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने 21 अक्टूबर को बीबी को ईशनिंदा के मामले में बरी कर दिया था. आसिया को पड़ोसी से झगड़े के दौरान पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने के लिए 2010 में दोषी ठहराया गया था.
Source : IANS