उरी हमले के बाद से पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव तो बढ़ ही रहा था, लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से अब पाकिस्तान के अन्दर भी दबाव दिखने लगा है। पाकिस्तान सरकार ने पाक मिलीट्री से कड़े शब्दो में कहा है कि अब वो आतंकी संगठनों के खिलाफ़ कड़े एक्शन लेने जा रही है। ऐसे में सेना सरकार के कामकाज़ में दख़ल देना बंद करे।
डॉन अख़बार के हवाले से ख़बर आयी है कि सोमवार को सभी राजनीतिक पार्टियों की ख़ुफिया बैठक बुलाई गयी थी जहां इस बात को लेकर चर्चा हुई की भारत के मद्धेनज़र पाकिस्तान का अगला क़दम क्या हो?
सरकार ने ताज़ा हालात की जानकारी देते हुए बताया कि पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है ऐसे में अगर पाकिस्तान ने कोई सकारात्मक रुख़ नहीं दिखाया तो पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ सकता है।
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने ये निर्देश दिया कि पठानकोट मामले की जांच पूरी करने के लिए फिर से प्रयास किया जाएगा और रावलपिंडी एंटी-टेररिज्म कोर्ट में मुंबई हमले से जुड़े सभी ट्रायल को दोबारा शुरू कराया जाएगा। अगर हम आतंक के खिलाफ़ ठोस क़दम नहीं उठायेंगे तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमारी छवी खराब होगी।
पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज़ शरीफ़ और आईएसआई के डीजी के बीच काफी बहस होने के बाद ये दोनों फैसले किए गए। इन फैसलों से साफ़ है कि नवाज शरीफ़ सरकार अब सख्ती के मूड में हैं। हालांकि इन फैसलों को लेकर पाकिस्तान सरकार या आईएसआई की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं हुई है।
Source : News Nation Bureau