यह बात एक बार फिर भारत में वीवीआईपी कल्चर की खामियों को सामने लाती है. कोविशील्ड (Covishield) वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawala) भारत छोड़ फिलवक्त लंदन जा बसे हैं. यह तब है जब महाराष्ट्र समेत केंद्र सरकार ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई है. अदार पूनावाला ने 'द टाइम्स' को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि भारत (India) के पावरफुल लोग आक्रामक रूप से कॉल करके कोविशील्ड वैक्सीन की मांग कर रहे हैं. कोविशील्ड पहली वैक्सीन है, जिसे डीसीजीआई ने कोरोना के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी थी. कोविशील्ड का उत्पादन दुनिया की वैक्सीन बनाने वाली प्रमुख कंपनियों में से एक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है.
बेटी और पत्नी के साथ लंदन गए पूनावाला
एसआईआई प्रमुख ने बताया कि इसी दबाव की वजह से वह अपनी बेटी और पत्नी के साथ लंदन आ गए हैं. 40 वर्षीय पूनावाला ने कहा, 'मैं यह अतिरिक्त समय तक इसलिए रुका हूं, क्योंकि मैं उस स्थिति में फिर से जाना नहीं चाहता. सबकुछ मेरे कंधे पर आ गया है, लेकिन मैं अकेले कुछ नहीं कर सकता. मैं ऐसी स्थिति में नहीं रहना चाहता, जहां आप अपना काम कर रहे हों, और आप एक्स, वाई या जेड की मांगों की सप्लाई को पूरा नहीं कर सकें. यह भी नहीं पता हो कि वे आपके साथ क्या करने जा रहे हैं.'
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'सभी को लगता है कि उन्हें वैक्सीन मिलनी चाहिए'
उन्होंने कहा, 'उम्मीद और आक्रामकता का स्तर वास्तव में अभूतपूर्व है. यह भारी है.सभी को लगता है कि उन्हें टीका मिलना चाहिए. वे समझ नहीं पा रहे हैं कि किसी और को उनसे पहले क्यों मिलना चाहिए.' पूनावाला ने इंटरव्यू में संकेत दिया कि उनका लंदन का कदम भारत के बाहर के देशों में वैक्सीन निर्माण का विस्तार करने की व्यावसायिक योजनाओं से भी जुड़ा हुआ है, जिसमें ब्रिटेन उनकी पसंद हो सकता है. जब भारत के बाहर टीके निर्माण को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'अगले कुछ दिनों में बड़ा ऐलान होने जा रहा है.'
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मदद करने के लिए हाफ रही कंपनी
अखबार के अनुसार, इस साल जनवरी में ऑक्सफोर्ड / एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को मंजूरी दी गई थी, तब तक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने 80 करोड़ अमरीकी डॉलर की लागत से अपनी वार्षिक उत्पादन क्षमता 1.5 से 2.5 बिलियन खुराक तक बढ़ा दी थी और पांच करोड़ खुराक का प्रोडक्शन भी कर लिया था. कंपनी ने वैक्सीन ब्रिटेन सहित 68 देशों को निर्यात करना शुरू कर दिया था. हालांकि इसी दौरान भारत में कोरोना से स्थिति खराब होने लगी. पूनावाला ने 'टाइम्स' इंटरव्यू में कहा, 'हम वास्तव में सभी मदद करने के लिए हांफ रहे हैं. मुझे नहीं लगता कि भगवान भी पूर्वानुमान लगा सकते थे कि ऐसा होने वाला था.'
HIGHLIGHTS
- शक्तिशाली लोगों की मांग से असहज हो छोड़ा भारत को
- लंदन जाने से पहले ही सरकार ने दी थी वाई श्रेणी सुरक्षा
- देश के बाहर वैक्सीन के उत्पादन पर कर रहे काम