वैसे तो पाकिस्तान दुनिया के सामने कश्मीर के लोगों के लिए उनके हक और उनकी स्वतंत्रता की बात करता है और भारत पर हमेशा ये आरोप लगाता रहा है कि भारत में कश्मीर के लोगों के साथ अनैतिक व्यवहार किया जा रहा है लेकिन सच्चाई तो कुछ और ही है. पाकिस्तान का असली चेहरा कुछ लोगों को मालूम है कि वो सिर्फ बात करता है अधिकार की, बराबरी की और सच्चाई की लेकिन अगर ध्यान से देखा जाए तो पाकिस्तान अपने पाक चेहरे के पीछे एक नापाक चेहरा छिपाने की कोशिश करता है. ये सच्चाई कुछ लोग जानते भी है.
इसी का साफ उदाहरण हमें देखने को मिला है अफगानिस्तान की राजधानी काबूल में. बुधवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबूल में पाकिस्तानी एंबेसी के सामने कुछ अफगानियों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए हैं. इन अफगानियों का आरोप है कि पाकिस्तान फालतू में ही अफगानिस्तान और जम्मू कश्मीर के मामले में दखल देता है.
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प्रदर्शनकारियों के हाथों में तख्ते थें जिनमें लिखा था कि 'पाकिस्तान दुश्मन है'. प्रदर्शनकारी पश्तूनों के तहाफुज आंदोलन के चीफ, मंजूर पश्तीन को छोड़ने की मांग भी कर रहे थे. तहाफुज आंदोलन पाकिस्तान में पश्तूनों के प्रोटेक्शन के लिए चलाया जाने वाला एक आंदोलन है.
पाकिस्तानी सेना ने 27 साल के उनके चीफ पश्तीन को 9 अन्य आंदोलनकारियों के साथ गिरफ्तार कर लिया था और उन 14 लोगों को ज्यूडीशियल रिमांड पर भेज दिया था.
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पाकिस्तानी एंबेसी के सामने हो रहे इस प्रदर्शन में प्रदर्शनकारी ये भी मांग कर रहे थे कि पाकिस्तान Kashmir solidarity day जो कि हर 5 नवंबर को मनाया जाता है, पर भारत विरोधी कैंपेन ने करे. पाकिस्तान 1990 के बाद से हर दिन कश्मीर में भारत के विलय का विरोध करता आया है.
HIGHLIGHTS
- इस देश में पाकिस्तान के खिलाफ हुए प्रदर्शन.
- पाकिस्तान मुर्दाबाद और पाकिस्तान दुश्मन है के नारे.
- लोगों ने पाकिस्तानी एंबेसी के सामने किया प्रदर्शन.