पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार ने सीमा के पास एक गांव पर हमला करने की अपनी गलती स्वीकार कर ली है. इस हमले में आठ लोग मारे गए और 20 से अधिक घायल हो गए. समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को नेशनल असेंबली को संबोधित करते हुए, आसिफ ने विस्तार से बताया कि रविवार को हुए सीमा संघर्ष का कारण क्या था.
उन्होंने कहा, घटना एक गांव में हुई जो सीमा के दोनों ओर फैली हुई है, उन्होंने कहा कि पीड़ित सीमा पर बाड़ की मरम्मत कर रहे थे, इस दौरान वे फायरिंग की चपेट में आ गए. समा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, पहली फायरिंग में किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ. दूसरी बार हुई फायरिंग में कई नागरिकों की मौत हो गई. तालिबान ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई में अफगान सैनिक मारे गए.
उसके बाद, एक सीमा समिति बुलाई गई, जिसने मामले की समीक्षा की. समा टीवी ने बताया, आसिफ ने आगे चेतावनी दी कि अफगानिस्तान में बढ़ती अस्थिरता का पाकिस्तान पर प्रभाव पड़ रहा है. उन्होंने कहा, वहां भूख और गरीबी है. रक्षा मंत्री ने कहा कि इस्लामाबाद चाहता है कि जिस तरह से अफगान तालिबान ने अपनी लड़ाई लड़ी, उसी तरह उन्हें शासन करना चाहिए. समा टीवी ने बताया कि जब तक काबुल और इस्लामाबाद सहयोग नहीं करते, तब तक दोनों देशों के बीच शांति नहीं होगी.
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS