उत्तर पूर्व अफगानिस्तान में रविवार को सोने की एक खदान धंसने से कम से कम 40 व्यक्तियों की मौत हो गई. जिस वक्त यह घटना हुई उसी समय 30 लोगों की मरने की खबर आई थी. अभी भी कई लोग घायल बताए जाए रहे हैं. बदख्शां प्रांत में कोहिस्तान जिले के गवर्नर मोहम्मद रुस्तम राघी ने बताया कि जिले में हुई इस घटना में सात व्यक्ति घायल हुए हैं. ग्रामीणों ने सोने की तलाश के लिए नदी तल में 60 मीटर गहरे गड्ढे की खुदाई की थी. उसकी दीवार गिरने के दौरान वे उसके भीतर थे.
राघी ने बताया, 'लोग नदी में एक बड़ा गड्ढा खोदने के लिए खुदाई करने वाली एक मशीन का इस्तेमाल कर रहे थे. इसी दौरान गड्ढे की दीवार ढह गई जिसमें कई श्रमिक दब गए.'
उन्होंने बताया, 'कम से कम 30 व्यक्तियों की मौत हो गई है और सात अन्य घायल हैं.' यह स्पष्ट नहीं है कि यह गड्ढे की दीवार क्यों ढही, लेकिन प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता निक मोहम्मद नजारी ने बताया कि खदान में काम करने वाले पेशेवर नहीं थे.
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नजारी ने कहा, 'ग्रामीण इस कार्य में दशकों से लगे हुए हैं लेकिन सरकार का उन पर कोई नियंत्रण नहीं है.' उन्होंने कहा, 'हमने क्षेत्र में एक राहत टीम भेजी है लेकिन ग्रामीणों ने मौके से शवों को निकालना शुरू कर दिया है.'
बदख्शां उत्तर पूर्व अफगानिस्तान में ताजिकिस्तान, चीन और पाकिस्तान की सीमा से लगा एक सुदूरवर्ती प्रांत है. संसाधन समृद्ध अफगानिस्तान में अवैध खनन आम है और तालिबान राशि जुटाने के लिए इसपर काफी निर्भर है.
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आतंकवाद से त्रस्त अफगानिस्तान के खासतौर से ग्रामीण और दूरवर्ती इलाकों में केंद्र सरकार का नियंत्रण बहुत कमजोर है और हथियारबंद आतंकी सोना, कोयला और लापीस लाजुली जैसे प्राकृतिक संसाधनों के अवैध खनन में अक्सर संलिप्त रहते हैं.
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
Source : News Nation Bureau