अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार को हुए तिहरे बम विस्फोट में आठ पत्रकारों सहित 40 लोगों की मौत हो गई। आतंकी संगठन आईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
अफगान मीडिया के अनुसार मोटरसाइकिल सवार एक आतंकवादी ने सुबह आठ बजे पुलिस जिला 9 में शडराक इलाके में पहला विस्फोट किया। इस स्थान पर अफगानिस्तान खुफिया सेवा, रक्षा मंत्रालय, नाटो के कार्यालय और कई विदेशी दूतावास स्थित हैं।
काबुल पुलिस प्रमुख दाऊद अमीन ने कहा कि दूसरा बम विस्फोट इसके लगभग 20 मिनट बाद हुआ। पहले घटनास्थल पर मौजूद शख्स ने स्वयं को उड़ा दिया, जिसमें कई पत्रकार और बचावकर्मी मारे गए।
आंतरिक मामलों के प्रवक्ता नजीब दानिश ने बीबीसी को बताया कि मृतकों में आठ पत्रकार और चार पुलिसकर्मी शामिल हैं।
फ्रांस की समाचार एजेंसी, एएफपी ने पुष्टि की है कि उसके कैमरामैन शाह मरई की भी इस हमले में मौत हो गई।
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वहीं तीसरा हमला कंधार इलाके में मदरसे के पास हुआ जिसमें 11 छात्रों की मौत हो गई। यह हमला एक आत्मघाती कार बॉम्बर ने किया। इस घटना में 5 रोमानियन सैनिकों सहित 16 लोग घायल हो गए हैं।
टोलो न्यूज ने आंतरिक मंत्रालय के हवाले से बताया कि इन तीनों विस्फोटों में 65 लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बम विस्फोटों की निंदा की है।
राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 'निर्दोष नागरिकों, मस्जिद में नमाज अदा कर रहे लोगों, संवाददाताओं को निशाना बनाकर हमला किया गया।'
अमेरिकी राजदूत जॉन बास ने ट्वीट किया, 'मैं आज काबुल में हुए हमलों की निंदा करता हूं। हम अफगानिस्तान में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए अफगान लोगों के साथ दृढ़ता से खड़े हैं। हमारी संवेदनाएं सच्चाई के लिए खड़े बहादुर पत्रकारों सहित मारे गए लोगों के साथ है।'
आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि खुफिया सेवाओं के मुख्यालयों को निशाना बनाया गया था।
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(IANS इनपुटस के साथ)
Source : News Nation Bureau